
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया, जो युद्धविराम के बाद उनका एक अहम कदम माना जा रहा है। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने वायुसेना के जवानों से खास बातचीत की और उनका हौसला बढ़ाया। मोदी जी ने सुबह 7 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से उड़ान भरी और सीधे आदमपुर एयरबेस पहुंचे।
एयरबेस पर उनका स्वागत सैन्य अधिकारियों ने किया। प्रधानमंत्री वहां लगभग एक घंटे तक रुके और इस दौरान उन्होंने देश की सुरक्षा में जुटे बहादुर जवानों से बातचीत की। इस दौरान की कुछ तस्वीरें भी सामने आईं, जिनमें प्रधानमंत्री मोदी जवानों के साथ मुस्कुराते और उनसे घुल-मिलकर बातें करते नज़र आए। ये तस्वीरें पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखी जा रही हैं, जो यह दर्शाती हैं कि देश के प्रधानमंत्री को अपने सैनिकों पर गर्व है और वे हर समय उनके साथ खड़े हैं।
प्रधानमंत्री की यह यात्रा न केवल सेना के प्रति उनके सम्मान को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि वे देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कितने सजग हैं। उन्होंने स्वयं इस मुलाकात की इच्छा जताई थी, जिससे उनकी सेनाओं के प्रति संवेदनशीलता और सराहना झलकती है।
मुलाकात के अंतिम क्षणों में जब प्रधानमंत्री मोदी ने मिग-29 लड़ाकू जेट और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को नज़दीक से देखा, तो वह क्षण भारत की वायुसेना की ताकत का प्रतीक बन गया। यह दिखाता है कि भारत अब आत्मनिर्भर और रणनीतिक रूप से मजबूत बन चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान जवानों को संबोधित करते हुए भारतीय सेना को सलाम किया और कहा, “इस समय भारत के पास ऐसी तकनीक है, जिसका पाकिस्तान सामना नहीं कर सकता।” उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान को शायद यह नहीं पता था कि वह जिसे ललकार रहा है, वह हिंद की सेना है।” प्रधानमंत्री के इस बयान ने सेना का मनोबल और भी बढ़ा दिया और यह संदेश दिया कि भारत अब हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा को देश के लिए प्रेरणादायक बताया जा रहा है। इससे जवानों का मनोबल तो बढ़ा ही है, साथ ही आम जनता को भी यह भरोसा मिला है कि देश की सीमाएं सुरक्षित हाथों में हैं। मोदी जी का यह कदम देश के नागरिकों और सुरक्षाबलों के बीच संबंधों को और मजबूत करने वाला साबित हुआ है।