
पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र में नकली जहरीली शराब पीने से एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। ये मृतक मजीठा के तीन गांवों – भंगाली, मरड़ी कलां और थरीएवाल से बताए जा रहे हैं। जैसे ही यह खबर सामने आई, पंजाब सरकार ने तुरंत सख्त कदम उठाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी।
इस गंभीर मामले में पंजाब सरकार ने मजीठा के डीएसपी और एसएचओ को सस्पेंड कर दिया है। सरकार का मानना है कि स्थानीय पुलिस की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है, इसलिए जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की गई है।
घटना के बाद पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इस नकली शराब के धंधे से जुड़े 6 आरोपियों को महज 7 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रमुख नाम प्रभजीत सिंह, कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, साहिब सिंह उर्फ सराए (निवासी मरड़ी कलां), गुरजंत सिंह और निंदर कौर (निवासी थरीएवाल) शामिल हैं।
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड साहिब सिंह और प्रभजीत सिंह थे, जो लंबे समय से नकली शराब का धंधा कर रहे थे। यह भी सामने आया है कि कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह का सगा भाई है और वह भी इस अवैध कारोबार में गहराई से जुड़ा हुआ था।
सरकार और पुलिस प्रशासन इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने साफ किया है कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही, सरकार ने इस तरह के अवैध धंधों के खिलाफ प्रदेशभर में सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
यह हादसा एक बार फिर इस बात की चेतावनी है कि अवैध शराब के खिलाफ सख्त कदम उठाना बेहद जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसे किसी दर्दनाक हादसे को रोका जा सके।