संगठित अपराध को एक बड़ा झटका देते हुए, काउंटर इंटेलिजेंस अमृतसर ने कौशल चौधरी गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें प्रमुख शूटर पुनीत लखनपाल और नरेंद्र कुमार उर्फ लालि शामिल हैं, जो कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल अंबियां और सुखमीत सिंह उर्फ डिप्टी के कत्ल में शामिल थे। इन गिरफ्तारी से पंजाब में बढ़ते अपराध पर नकेल कसी गई है और संभावित हत्याओं की वारदातों को नाकाम कर दिया गया है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह गैंग राजस्थान, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में सक्रिय था और अपने विदेशी हैंडलरों के निर्देश पर अपराधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। गैंग के सदस्य काले धन और अवैध हथियारों के कारोबार में भी शामिल थे। पुलिस ने इन अपराधियों के कब्जे से छह विदेशी पिस्टल और 40 कारतूस भी बरामद किए हैं।
डीजीपी ने बताया कि यह गैंग 2024 में राजस्थान के हाईवे किंग होटल में गोलीबारी और 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने की वारदात में भी शामिल था। गैंग के सदस्य कई मामलों में वांछित थे और वे पिछले तीन सालों से पुलिस की गिरफ्त से बचते आ रहे थे।
काउंटर इंटेलिजेंस को सूचना मिली थी कि गैंग के सदस्य, जिनमें अमरजीत सिंह उर्फ अमर, जगजीत सिंह उर्फ गांधी, बलविंदर सिंह उर्फ डोनी, प्रभदीप सिंह उर्फ प्रभ दासूवाल और अन्य, अपने स्थानीय संपर्कों के साथ मिलकर पंजाब में हत्या की वारदातों की साजिश रच रहे थे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों के आपराधिक इतिहास पर नजर डालें तो इनमें से पुनीत लखनपाल, जो संदीप सिंह नंगल अंबियां और सुखमीत डिप्टी के कत्ल में शामिल था, के खिलाफ 20 से अधिक अपराधी मामले दर्ज हैं। वहीं नरेंद्र कुमार उर्फ लालि, जो इस गैंग का प्रमुख शूटर था, के खिलाफ सात अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने कहा कि यह गैंग अपने अपराधी नेटवर्क के तहत कई राज्यों में जबरन वसूली, हथियारों की तस्करी और अन्य संगठित अपराधों में शामिल था। पुलिस अब इस गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है और उनकी आपराधिक गतिविधियों का पर्दाफाश करने के लिए जांच जारी रखे हुए है।
इस गिरफ्तारी ने न केवल पंजाब में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण पाया है, बल्कि यह पुलिस की सतर्कता और सक्रियता का भी बड़ा उदाहरण है। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से राज्य में संगठित अपराधियों के खिलाफ मजबूत संदेश जाएगा और अपराध की दुनिया में इस गैंग के प्रभाव को कम किया जाएगा।