
अमृतसर के ठाकुर द्वारा मंदिर के बाहर हुए विस्फोट कांड के एक आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया, जबकि दूसरा फरार हो गया। पुलिस ने दोनों संदिग्धों की पहचान कर ली है और फरार आरोपी को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।
क्या था मामला?
15 मार्च को अमृतसर के ठाकुर द्वारा मंदिर के बाहर एक व्यक्ति ने विस्फोटक फेंका, जिससे मंदिर की दीवार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और खिड़कियों के शीशे टूट गए। इस घटना के बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी।
कैसे हुई मुठभेड़?
पुलिस ने जांच के दौरान दो संदिग्धों—गुरसिदक सिंह और विशाल—की पहचान की।
- जब पुलिस टीम ने मोटरसाइकिल पर सवार संदिग्धों को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
- इस फायरिंग में हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह के हाथ में गोली लगी, जबकि इंस्पेक्टर अमोलक सिंह की पगड़ी में गोली लगी।
- जवाबी कार्रवाई में गुरसिदक सिंह घायल हो गया, जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
- दूसरा आरोपी विशाल मौके से फरार हो गया, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस अभियान चला रही है।
कौन हैं ये आरोपी?
- गुरसिदक सिंह पहले से ही लूटपाट और हथियारों के इस्तेमाल से जुड़े मामलों में शामिल था और हाल ही में जेल से रिहा हुआ था।
- विशाल पर पहले से हत्या के प्रयास का केस दर्ज है।
CCTV फुटेज से मिली अहम जानकारी
पुलिस को मिली CCTV फुटेज में दो लोग मोटरसाइकिल पर आते दिखे।
- उनमें से एक ने मंदिर की ओर विस्फोटक फेंका और फिर दोनों फरार हो गए।
- इसी फुटेज के आधार पर पुलिस ने जांच तेज की और आरोपियों की पहचान की।
ISI के शामिल होने का शक
पंजाब पुलिस को शक है कि इस हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ हो सकता है।
- हालांकि, इस विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इससे अमृतसर के खंडवाला इलाके में दहशत फैल गई।
पुलिस का अगला कदम
- विशाल की तलाश जारी है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करने की उम्मीद है।
- पुलिस इस हमले के पीछे ISI की संलिप्तता की गहराई से जांच कर रही है।
- अमृतसर पुलिस ने साफ कर दिया है कि ऐसे आतंकी तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा।
अमृतसर के मंदिर विस्फोट कांड में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है।
- एक आरोपी मुठभेड़ में मारा गया, जबकि दूसरे की तलाश जारी है।
- पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ हो सकता है।
- यह हमला पंजाब में शांति भंग करने की साजिश हो सकती है, जिसे नाकाम करने के लिए पुलिस पूरी कोशिश कर रही है।