
पंजाब सरकार ने राज्य की कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए एक अहम फैसला लिया है। अब पंजाब पुलिस की ताकत बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर नई भर्ती मुहिम चलाई जाएगी। इस कदम से न केवल पुलिस बल को नई ऊर्जा मिलेगी, बल्कि राज्य में अपराध और नशा तस्करी के खिलाफ लड़ाई को भी मजबूती मिलेगी।
पंजाब पुलिस में लंबे समय से नहीं हुई थी भर्ती
राज्य में इस समय पुलिस बल की संख्या लगभग 80,000 है, जो पिछले एक दशक से लगभग एक जैसी बनी हुई है। पिछले वर्षों में जैसे-जैसे पुलिसकर्मी सेवा से सेवानिवृत्त होते गए, वैसे-वैसे नई भर्तियाँ नहीं की गईं। नतीजा यह हुआ कि पुलिस फोर्स में मैनपावर की कमी महसूस की जाने लगी। दूसरी तरफ, पंजाब की आबादी में लगातार वृद्धि हो रही है, और इसके साथ ही अपराध और नशाखोरी जैसी चुनौतियाँ भी बढ़ रही हैं।
एक सीमावर्ती राज्य होने के कारण पंजाब को सुरक्षा के मोर्चे पर खास तैयारियों की जरूरत है। पाकिस्तान सीमा से आए दिन ड्रोन और तस्करी की घटनाएँ सामने आती रहती हैं। ऐसे में पुलिस बल की संख्या बढ़ाना समय की ज़रूरत बन गया है।
हाईटेक वाहनों से लैस होगी पंजाब पुलिस
सिर्फ मैनपावर ही नहीं, पंजाब पुलिस को तकनीकी रूप से भी अपग्रेड किया जा रहा है। हाल ही में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 139 नए हाईटेक पुलिस वाहन 454 थानों में तैनात SHO अधिकारियों को सौंपे हैं।
ये वाहन आधुनिक सूचना तकनीक (IT) से लैस हैं, जिससे पुलिस की गश्त, निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता में जबरदस्त इज़ाफा होगा। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि इन वाहनों से पुलिस की कार्यक्षमता बेहतर होगी और नशा विरोधी अभियान को नई गति मिलेगी।
24 घंटे सतर्क रहेगी पुलिस
नई तकनीक से लैस वाहन अब पुलिस को 24 घंटे सक्रिय और चौकस रहने में मदद करेंगे। ये गाड़ियाँ GPS, कैमरा और डेटा ट्रांसमिशन जैसी तकनीक से युक्त हैं, जिससे रियल टाइम में घटनाओं पर नजर रखी जा सकेगी।
सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के सभी 454 पुलिस थानों को इस तरह के उन्नत संसाधनों से लैस किया जाए, ताकि अपराध पर समय रहते काबू पाया जा सके और लोगों में पुलिस के प्रति भरोसा और भी मजबूत हो।
जल्द होगी नई भर्ती
अब सबसे अहम खबर यह है कि पंजाब पुलिस में जल्द ही विभिन्न रैंकों पर नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने डीजीपी गौरव यादव को इसकी अनुमति दे दी है। इसका मकसद पुलिस बल में जवानों की कमी को दूर करना है, ताकि बेहतर तरीके से कानून व्यवस्था को संभाला जा सके।
यह भर्ती प्रक्रिया सिर्फ संख्या बढ़ाने तक सीमित नहीं होगी, बल्कि इसमें नई ट्रेनिंग, कौशल विकास, और मानवाधिकारों की समझ जैसे पहलुओं पर भी ज़ोर दिया जाएगा।
पंजाब सरकार का यह कदम राज्य को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाने की दिशा में अहम साबित हो सकता है। एक ओर जहां तकनीकी संसाधन पुलिस की ताकत बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नई भर्तियाँ पंजाब के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी लेकर आएंगी।
अगर यह योजना सही ढंग से लागू होती है, तो आने वाले समय में पंजाब पुलिस एक आधुनिक और मजबूत फोर्स बनकर उभरेगी, जो हर चुनौती का डटकर सामना कर सकेगी।