
पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ हुए “ऑपरेशन सिंधूर” को लेकर देश की राजनीति गरमा गई है। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस ऑपरेशन को बड़ी सफलता बताकर चुनावी मुद्दा बना रही है, वहीं विपक्षी पार्टियों ने इसे लेकर भाजपा पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का बयान चर्चा में है।
क्या कहा भगवंत मान ने?
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा –
“एक चुटकी सिंधूर की कीमत तुम क्या जानो नरेंद्र”।
उनका यह बयान भाजपा द्वारा चलाए जा रहे “हर घर सिंधूर” अभियान के जवाब में आया है, जिसे पार्टी ने “ऑपरेशन सिंधूर” की सफलता के बाद लॉन्च किया है।
भगवंत मान ने कहा कि,
“हम फौज का बहुत सम्मान करते हैं। पंजाब ने हमेशा सरहद पर लड़ाई लड़ी है और शहादत दी है। लेकिन फौज के नाम पर राजनीति करना गलत है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “सिंधूर सिर्फ पति ही पत्नी की मांग में भर सकता है। अगर किसी को भाजपा नेताओं से सिंधूर लगवाना है तो यह उनकी मर्जी है।”
“वन नेशन, वन हसबैंड” बयान से शुरू हुआ विवाद
इससे पहले भगवंत मान ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए “वन नेशन, वन हसबैंड” की टिप्पणी की थी। उनके इस बयान को भाजपा नेताओं ने महिलाओं के सम्मान के खिलाफ बताया और कड़ी नाराजगी जताई।
भाजपा नेताओं का कहना है कि भगवंत मान फौज के नाम पर राजनीति कर रहे हैं और देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों का मजाक बना रहे हैं। उन्होंने मांग की कि मान अपने बयान के लिए माफी मांगें।
“हर घर सिंधूर” अभियान का मकसद
भाजपा ने ऑपरेशन सिंधूर के बाद “हर घर सिंधूर” नाम से एक अभियान शुरू किया है, जिसमें पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर भारत की सैन्य ताकत और ऑपरेशन की सफलता की जानकारी दे रहे हैं। इसे एक राष्ट्रवादी संदेश के रूप में प्रचारित किया जा रहा है।
राजनीतिक गलियारों में “ऑपरेशन सिंधूर” के बाद शुरू हुआ सिंधूर युद्ध अब शब्दों की जंग का रूप ले चुका है। भगवंत मान के तंज ने इस बहस को और गर्मा दिया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच यह जुबानी लड़ाई और कितना तेज होती है।
इस मुद्दे ने जहां देशभक्ति और सेना के सम्मान की बात छेड़ी है, वहीं इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करने के आरोप भी लग रहे हैं।