प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाने के लिए देशभर से श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। लाखों की संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं, जिससे शहर की सड़कों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर जबरदस्त भीड़ जमा हो गई है।
सड़कों पर भारी जाम
जो लोग बसों या निजी वाहनों से आ रहे हैं, उन्हें घंटों लंबे जाम का सामना करना पड़ रहा है। खासकर रीवा-प्रयागराज मार्ग पर 15 किलोमीटर तक लंबा जाम लगा हुआ है। चाकघाट से लेकर सोहागी घाटी तक तीर्थयात्रियों के वाहन फंसे हुए हैं।
ट्रेनों में भीड़ का आलम
जो यात्री जाम से बचने के लिए ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं, वे भी मुश्किलों में हैं। प्रयागराज के आसपास के स्टेशन जैसे बनारस, कानपुर, फतेहपुर, कटनी, सतना और रीवा पूरी तरह से भीड़ से पटे हुए हैं।
यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर खड़े होने तक की जगह नहीं मिल रही है।
कन्फर्म टिकट वाले भी परेशान हैं, क्योंकि ट्रेनें जरूरत से ज्यादा भरी हुई हैं।
सेकेंड एसी और थर्ड एसी कोच भी जनरल डिब्बे जैसे बन गए हैं, जहां बैठने तक की जगह नहीं है।
महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें भी भीड़ से लबालब
सरकार ने महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें चलाई हैं, लेकिन इन ट्रेनों में भी यात्रियों को घंटों खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है। महिलाओं और बच्चों को ट्रेन में चढ़ने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, कई को फर्श पर बैठकर यात्रा करनी पड़ रही है।
प्रयागराज संगम स्टेशन बंद
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज संगम (दारागंज) रेलवे स्टेशन को 9 फरवरी दोपहर 1:30 बजे से 14 फरवरी रात 12:00 बजे तक बंद कर दिया है। रेलवे ने इस संबंध में नोटिस जारी कर दिया है। इसका मतलब है कि इस दौरान यात्रियों को अन्य स्टेशनों का उपयोग करना होगा।
यात्रियों की परेशानी
लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं हैं। रूटीन ट्रेनों में सीट नहीं मिल रही, और स्पेशल ट्रेनों में भी आरामदायक यात्रा संभव नहीं हो रही।
महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। सड़क से यात्रा करने वालों को लंबा जाम झेलना पड़ रहा है, जबकि ट्रेनों में भीड़ के कारण खड़े-खड़े सफर करना पड़ रहा है। प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं को धैर्य और सावधानी के साथ यात्रा करनी होगी।