
पंजाब सरकार ने सड़क हादसों में कमी लाने और दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग व दावों के निपटारे को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए ई-डी.ए.आर. (इलेक्ट्रॉनिक डिटेल्ड एक्सीडेंट रिपोर्ट) सॉफ्टवेयर लागू करने की योजना बनाई है। इस पहल को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए चंडीगढ़ में एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। यह सत्र सुप्रीम कोर्ट और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के निर्देशों के तहत हुआ, जिसमें पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर के दिशा-निर्देश भी शामिल रहे।
ई-डी.ए.आर. सॉफ्टवेयर क्या है?
ई-डी.ए.आर. एक डिजिटल प्रणाली है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की तेजी से रिपोर्टिंग हो सकेगी। यह सॉफ्टवेयर वास्तविक समय में (रियल-टाइम) डेटा एकत्र करेगा, जिससे सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने और हादसों से जुड़े दावों के निपटारे में आसानी होगी। इस प्रणाली से हादसे का वैज्ञानिक विश्लेषण किया जाएगा, जिससे यह पता लगाया जा सके कि दुर्घटनाएं किस कारण से हो रही हैं और उन्हें रोकने के लिए क्या किया जा सकता है।
प्रशिक्षण सत्र में कौन-कौन शामिल हुआ?
इस सत्र का आयोजन नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) और पंजाब परिवहन विभाग ने मिलकर किया। इसमें कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल हैं:
- राज्य परिवहन आयुक्त जसप्रीत सिंह
- अतिरिक्त परिवहन आयुक्त सुखविंदर कुमार
- NIC पंजाब के स्टेट हेड विवेक वर्मा
- NIC दिल्ली के सी.जी.एम. जतिंदर कुमार
- जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ऑफ इंडिया की डिप्टी जनरल मैनेजर वसुंधरा
- सड़क सुरक्षा लीड एजेंसी के संयुक्त निदेशक देश राज
- डीएसपी मुख्यालय गणेश कुमार
इसके अलावा, इस कार्यक्रम में परिवहन, पुलिस, स्वास्थ्य और नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) से जुड़े कई अधिकारी भी मौजूद रहे।
ई-डी.ए.आर. कैसे मदद करेगा?
- दुर्घटनाओं की त्वरित रिपोर्टिंग: ई-डी.ए.आर. के जरिए सड़क हादसों की रिपोर्ट तेजी से दर्ज की जाएगी, जिससे जरूरी कार्रवाई तुरंत शुरू हो सकेगी।
- दावों का तेज़ निपटारा: बीमा कंपनियों के साथ समन्वय करके दुर्घटनाओं के दावों को जल्दी निपटाने में मदद मिलेगी।
- हिट एंड रन मामलों में सहायता: मैडम वसुंधरा ने बताया कि इस प्रणाली से हिट एंड रन मामलों को भी बेहतर तरीके से सुलझाया जाएगा, ताकि पीड़ितों को समय पर मुआवजा मिल सके।
- रियल-टाइम डेटा: हादसे से जुड़ी रियल-टाइम जानकारी अधिकारियों को मिलेगी, जिससे वे सड़क सुरक्षा को और बेहतर बना सकेंगे।
- कैशलेस इलाज: इस प्रणाली के जरिए सड़क हादसों के पीड़ितों को कैशलेस इलाज मुहैया कराया जा सकेगा, जिससे उनका इलाज बिना किसी देरी के किया जा सकेगा।
- वैज्ञानिक जांच: हादसों के वैज्ञानिक विश्लेषण से यह जाना जा सकेगा कि कौन से स्थान ज्यादा खतरनाक (ब्लैक स्पॉट्स) हैं और दुर्घटनाएं किन कारणों से हो रही हैं।
क्या होगा इस पहल का फायदा?
ई-डी.ए.आर. प्रणाली के लागू होने से पंजाब में सड़क हादसों की रिपोर्टिंग आसान, तेज़ और पारदर्शी हो जाएगी। इससे पुलिस और प्रशासन को बेहतर डेटा मिलेगा, जिससे वे सड़क सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठा सकेंगे। इसके अलावा, पीड़ितों और उनके परिवारों को मुआवजे और इलाज के लिए अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।ई-डी.ए.आर. सॉफ्टवेयर एक क्रांतिकारी कदम है, जिससे पंजाब में सड़क हादसों को कम करने और दुर्घटनाओं से प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता पहुंचाने में मदद मिलेगी। इस प्रशिक्षण सत्र में अधिकारियों को इस प्रणाली के बारे में विस्तार से बताया गया, जिससे वे इसे सही तरीके से लागू कर सकें। पंजाब सरकार इस पहल से सड़क सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है।