गुजरात में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की और देश की एकता और अखंडता बनाए रखने की शपथ दिलाई।
सुबह करीब 7:15 बजे प्रधानमंत्री मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे और वहां पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने सरदार पटेल के अतुलनीय योगदान को स्मरण करते हुए उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे देश की आंतरिक सुरक्षा और एकता को सुदृढ़ बनाने का संकल्प लें।
प्रधानमंत्री मोदी ने शपथ दिलाते हुए कहा, “मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और इस संदेश को अपने देशवासियों के बीच फैलाने का प्रयास करूंगा।” उन्होंने सरदार पटेल की दूरदर्शिता और उनके नेतृत्व के महत्व को भी रेखांकित किया, जिनके कार्यों से भारत की एकता संभव हो सकी। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से सरदार पटेल के आदर्शों का अनुसरण करने की प्रेरणा दी।
एकता दिवस परेड का हुआ शुभारंभ
शपथ ग्रहण समारोह के पश्चात राष्ट्रीय एकता दिवस परेड का आयोजन किया गया। इस परेड में 9 राज्यों और 1 केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस के जवान, 4 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के दस्ते, एनसीसी कैडेट्स और 16 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल थीं। इस भव्य परेड में NSG (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) की हेल मार्च टुकड़ी, BSF (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) और CRPF (सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) के महिला और पुरुष बाइकर्स की रैली ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। इसके अलावा, BSF के जवानों ने शानदार मार्शल आर्ट प्रदर्शन किया, वहीं स्कूली बच्चों के पाइप बैंड शो ने पूरे वातावरण में ऊर्जा का संचार किया।
वायु सेना का ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट
इस विशेष अवसर पर भारतीय वायु सेना का ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट भी आयोजित किया गया, जिसमें वायु सेना के विमानों ने आसमान में विभिन्न आकर्षक आकृतियां बनाकर अद्भुत प्रदर्शन किया। सूर्य किरण की इस टीम ने एकता और साहस का प्रतीक बनते हुए अपने कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे समूचे आयोजन में गौरव का माहौल बना।
सरदार पटेल के योगदान को किया गया सम्मानित
राष्ट्रीय एकता दिवस के इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की सेवाओं और उनके योगदान को याद करना था। प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शिता और कड़ी मेहनत के कारण भारत की एकता और अखंडता सुनिश्चित हो सकी। उन्होंने सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही और नागरिकों से उनके विचारों पर चलने का आग्रह किया।
गुजरात में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को गुजरात पहुंचे थे। इस यात्रा के दौरान उन्होंने एकता नगर में लगभग 280 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और उनकी आधारशिला रखी। ये परियोजनाएं क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक साबित होंगी। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि ये योजनाएं क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएंगी और यहां के नागरिकों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं प्राप्त होंगी।
सरदार पटेल की प्रतिमा का महत्व
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, जो सरदार पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में बनाई गई है, न केवल उनके व्यक्तित्व की विशालता को दर्शाती है बल्कि देश की एकता का प्रतीक भी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रतिमा को भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक बताते हुए कहा कि सरदार पटेल के विचारों ने देश को एकजुट किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी प्रतिमा देशवासियों को उनकी महानता की याद दिलाती रहेगी और उन्हें एकता के लिए प्रेरित करती रहेगी।
लोगों में एकता का संदेश
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस पर शपथ लेना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह एक प्रतिबद्धता है। देश को एकजुट बनाए रखने में हर नागरिक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, और इसी भावना से हमें इस अवसर का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि “हमें इस बात का संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे और इसकी एकता व अखंडता को बनाए रखने में हरसंभव योगदान देंगे।”
समापन
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को एकता और समर्पण का संदेश दिया। यह कार्यक्रम न केवल सरदार पटेल के प्रति श्रद्धांजलि थी बल्कि नागरिकों के लिए देश की अखंडता को बनाए रखने की जिम्मेदारी का स्मरण भी था। प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए देशवासियों से देश की एकता को सुदृढ़ बनाए रखने का आह्वान किया और उनके दिखाए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।