भाजपा सांसद संबित पात्रा द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘सर्वोच्च कोटि का देशद्रोही’ कहे जाने पर कांग्रेस पार्टी ने कड़ा विरोध जताया है। कांग्रेस ने इसे अपमानजनक और असंसदीय करार देते हुए लोकसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश करने की तैयारी कर ली है। इसके तहत कांग्रेस सांसद हिबी ईडन ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखते हुए पात्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पात्रा के बयान पर मचा राजनीतिक बवाल
5 दिसंबर को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ गंभीर बयान दिया। उन्होंने राहुल को ‘सर्वोच्च कोटि का देशद्रोही’ करार दिया। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि यह बयान न केवल अपमानजनक है, बल्कि संवैधानिक और संसदीय मर्यादा का भी उल्लंघन है।
कांग्रेस सांसद हिबी ईडन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लोकसभा में विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश करने की नोटिस दी है। ईडन ने अपने नोटिस में कहा कि विपक्ष के नेता का पद संवैधानिक है और इसके लिए अपेक्षित गरिमा का पालन होना चाहिए।
ओम बिरला को लिखा गया पत्र
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे अपने पत्र में हिबी ईडन ने कहा,
“संबित पात्रा द्वारा विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ असंसदीय और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि यह संवैधानिक मानदंडों और संसदीय गरिमा का स्पष्ट उल्लंघन है। मैं विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने का अनुरोध करता हूं।”
ईडन ने आगे लिखा कि विपक्ष के नेता का पद बेहद अहम है और इसके खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल संसदीय परंपराओं का अपमान है। उन्होंने मांग की है कि संबित पात्रा को इसके लिए अवमानना के दायरे में लाया जाए।
कांग्रेस का रुख और बयान
कांग्रेस पार्टी ने पात्रा के बयान को ‘राजनीतिक शिष्टाचार’ का उल्लंघन करार दिया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेता द्वारा इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल न केवल राहुल गांधी का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र की मूल भावना का भी उल्लंघन है। कांग्रेस का कहना है कि यह बयान भारतीय राजनीति में गिरते स्तर का उदाहरण है।
पात्रा का आरोप और राहुल गांधी पर निशाना
संबित पात्रा ने अपने बयान में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह बार-बार भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं। पात्रा ने राहुल गांधी पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उनकी गतिविधियां राष्ट्रविरोधी प्रतीत होती हैं। हालांकि, पात्रा का यह बयान राजनीतिक हलकों में विवाद का कारण बन गया है।
विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव क्या है?
विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव भारतीय संसद में एक ऐसा तंत्र है जिसके तहत सांसदों के अधिकारों या गरिमा को नुकसान पहुंचाने के मामलों पर कार्रवाई की जाती है। अगर किसी सांसद, विशेष रूप से विपक्ष के नेता के खिलाफ अपमानजनक या असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, तो इसे विशेषाधिकार का उल्लंघन माना जाता है। इस मामले में कांग्रेस ने पात्रा के बयान को विशेषाधिकार हनन करार दिया है।
कांग्रेस की रणनीति और संभावित प्रभाव
कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमलावर रुख अपनाया है। पार्टी इस मामले को संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह उठाने की तैयारी में है। राहुल गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि वह इसे हल्के में नहीं लेगी।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा की ओर से अभी तक इस विवाद पर औपचारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं ने इसे कांग्रेस की “ओवर-रिएक्शन” बताया है। भाजपा का तर्क है कि राहुल गांधी अक्सर अपने बयानों से देश को नुकसान पहुंचाते हैं, और पात्रा का बयान उनके इसी रवैये पर आधारित था।