
हरियाणा के शिकोपुर लैंड डील मामले में कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा एक बार फिर पूछताछ की जा रही है। लगातार दूसरे दिन वाड्रा ईडी दफ्तर पहुंचे, इस बार वे अपनी पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के साथ नजर आए। पूछताछ शुरू हो चुकी है, जबकि प्रियंका गांधी ईडी हेडक्वार्टर के वेटिंग रूम में मौजूद हैं।
ईडी दफ्तर पहुंचने पर प्रियंका गांधी ने वाड्रा को गले लगाया, फिर वे अकेले जांच एजेंसी के दफ्तर के भीतर दाखिल हुए। वाड्रा ने अधिकारियों के सामने पेश होकर जांच में सहयोग करने की बात कही है।
रॉबर्ट वाड्रा का बयान — “हम डरते नहीं, हम हार्ड टारगेट हैं”
ईडी की पूछताछ पर रॉबर्ट वाड्रा ने मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि वे किसी से नहीं डरते। उन्होंने कहा, “हम पर निशाना इसलिए साधा जा रहा है क्योंकि हम प्रासंगिक हैं। चाहे राहुल गांधी को संसद में रोका जाए या मुझे एजेंसी के जरिए परेशान किया जाए, पर हम सॉफ्ट टारगेट नहीं हैं, हम हार्ड टारगेट हैं।”
वाड्रा ने यह भी कहा कि समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता। “आज हम झेल रहे हैं, कल हो सकता है वही लोग जवाब दें। मुझे न तो डर है, न ही कुछ छुपाने के लिए है।”
उन्होंने बताया कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार के दौरान इस मामले में उन्हें दो बार क्लीन चिट मिल चुकी है, फिर भी सात साल बाद उसी मुद्दे पर सवाल किए जा रहे हैं। वाड्रा ने भरोसे से कहा, “मैं पूरी मजबूती के साथ जांच का सामना करूंगा और हर सवाल का जवाब दूंगा।”
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन — देशभर में IYC का हल्लाबोल
ईडी की इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी और उसकी युवा शाखा IYC (Indian Youth Congress) ने देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। दिल्ली स्थित AICC कार्यालय के बाहर भी कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही है।
वाड्रा का फेसबुक पोस्ट — “सत्य की जीत होगी”
ईडी दफ्तर पहुंचने से पहले रॉबर्ट वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा, “मेरे जन्मदिन के हफ्ते में सेवा कार्य को कुछ दिनों के लिए रोकना पड़ा है। मैंने बुजुर्गों को खाना खिलाने और बच्चों को गिफ्ट देने की जो योजनाएं बनाई थीं, वो फिलहाल रोक दी गई हैं।”
उन्होंने आगे लिखा कि उन्हें किसी भी अन्यायपूर्ण दबाव से डर नहीं लगता। वे सत्य में विश्वास करते हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि अंत में जीत सत्य की ही होगी।
रॉबर्ट वाड्रा की पूछताछ को लेकर जहां एक तरफ राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इसे सत्ता पक्ष की ओर से की जा रही “राजनीतिक प्रताड़ना” बता रही है। ईडी की कार्रवाई और कांग्रेस के प्रदर्शन के बीच आने वाले समय में यह मामला और भी गरमाने की संभावना है।