शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024 को लोकसभा में संविधान पर बहस के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार हर समस्या के लिए जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराती है, लेकिन अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेने से बचती है।
नेहरू पर आरोपों का जवाब
प्रियंका गांधी ने राजनाथ सिंह के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने भारत के कई मुद्दों की जड़ें पंडित नेहरू की नीतियों में बताई थीं। उन्होंने कहा, “हर बार आप सारी जिम्मेदारी नेहरू जी पर डाल देते हैं। आप वर्तमान की बात क्यों नहीं करते? अब समय है कि सरकार अपने कामों का हिसाब दे।”
सरकार पर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप
प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर किसानों और आम जनता के बजाय पूंजीपतियों के हित में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कृषि कानून ताकतवर लोगों के लिए बनाए गए थे। सभी एयरपोर्ट, सड़कें, रेलवे के काम एक व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। सरकार अडानी का पक्ष ले रही है।” उनका इशारा सीधे तौर पर भाजपा और उद्योगपति गौतम अडानी के बीच कथित संबंधों की ओर था।
उन्होंने आगे कहा कि देश के लोग संविधान पर भरोसा करते थे, लेकिन मौजूदा सरकार ने इस भरोसे को तोड़ दिया है। “संविधान की रक्षा करना अब केवल जनता के हाथ में है, क्योंकि सरकार इसके मूलभूत सिद्धांतों को खत्म करने पर तुली हुई है।”
“संविधान संघ का नहीं, भारत का है”
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा और संघ परिवार ने संविधान को हमेशा अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “अगर लोकसभा चुनाव के नतीजे नहीं आते तो भाजपा संविधान बदलने की प्रक्रिया शुरू कर देती। वे अब संविधान की बात इसलिए करते हैं क्योंकि जनता ने लोकसभा चुनावों में उन्हें अहसास दिला दिया है कि वे संविधान की रक्षा करेंगे। लेकिन शायद भाजपा यह नहीं समझ पाई है कि भारत का संविधान संघ का संविधान नहीं है। यह हर भारतीय का संविधान है।”
जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय पर भाजपा की चुप्पी
प्रियंका गांधी ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उठाए गए मुद्दों का जिक्र करते हुए भाजपा पर जातिगत जनगणना पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “जब देश में जाति जनगणना की मांग उठी, तब भाजपा सरकार ने इसे नजरअंदाज कर दिया। यह सरकार सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है।”
उन्नाव बलात्कार पीड़िता का जिक्र
प्रियंका गांधी ने अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भारत के लोगों के मन में उम्मीद और सपने देखे हैं। उन्होंने उन्नाव बलात्कार पीड़िता के परिवार से अपनी मुलाकात का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “उस पीड़िता के पिता ने मुझसे कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी बेटी को न्याय मिले। यह जनता की आवाज है, जो न्याय और अधिकारों के लिए लड़ रही है।”
प्रियंका गांधी का संदेश
प्रियंका गांधी के भाषण ने संविधान की रक्षा के लिए जनता की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने भाजपा पर संविधान के मूल्यों से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनका भाषण लोकसभा में विपक्ष की आवाज को मजबूती प्रदान करता है और 2024 लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार के खिलाफ बढ़ते जन असंतोष को उजागर करता है।