आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब में संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। पार्टी ने राज्य में अपने वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह घोषणा खुद राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने की। भगवंत मान, जो जनवरी 2019 से इस पद पर थे, ने अपनी सरकारी जिम्मेदारियों में व्यस्तता का हवाला देते हुए पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा जताई थी।
नई नियुक्तियों का ऐलान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की कि अमन अरोड़ा को पार्टी अध्यक्ष और अमनशेर सिंह शैरी कलसी को उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। मान ने कहा, “मुझे अपने दोनों साथियों पर पूरा विश्वास है कि वे पार्टी और संगठन को पंजाब में और मजबूत करेंगे और नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।”
हिंदू-सिख समन्वय पर जोर
AAP ने पंजाब में हिंदू-सिख समन्वय के फार्मूले को अपनाया है।
- भगवंत मान: सिख चेहरा के रूप में मुख्यमंत्री।
- अमन अरोड़ा: हिंदू चेहरा के रूप में पार्टी अध्यक्ष।
यह मॉडल पहले कांग्रेस द्वारा भी अपनाया जाता था। उदाहरण के तौर पर, जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री थे, तो सुनील जाखड़ को हिंदू चेहरा के रूप में आगे रखा गया था।
अमन अरोड़ा की लीडरशिप
अमन अरोड़ा न केवल दो बार के विधायक हैं, बल्कि 2022 के विधानसभा चुनावों में सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवार भी रहे थे। उन्हें पार्टी के कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर जुटाने और संगठन को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पार्टी के अंदरूनी बदलाव
पार्टी ने पहले भगवंत मान के साथ वर्किंग प्रेज़िडेंट के रूप में प्रिंसिपल बुद्ध राम को जोड़ा था, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं रहा। इसलिए, पूरी पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी अब अमन अरोड़ा को सौंपी गई है।
नई चुनौतियाँ और उद्देश्य
अमन अरोड़ा आगामी विधानसभा चुनावों और पार्टी के विस्तार पर काम करेंगे। पार्टी का मुख्य उद्देश्य है:
- पंजाब के लोगों में पार्टी की पकड़ को मजबूत करना।
- नए युवा नेताओं को आगे लाना।
- हिंदू और सिख समुदायों के बीच गहरे समन्वय को बनाए रखना।
अमन अरोड़ा की नियुक्ति से आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पंजाब में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। यह नई नेतृत्व की शुरुआत पार्टी के लिए नई दिशा और सफलता का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।