पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को संगरूर जिले में नव-निर्वाचित पंचों को शपथ दिलाने के कार्यक्रम में पंचायतों से अपने गांवों को ‘आधुनिक विकास केंद्रों’ में बदलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पंचायतों को गांवों के विकास के लिए प्रेरक की भूमिका निभानी चाहिए ताकि राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिल सके। मुख्यमंत्री ने पंचों से अपील की कि वे अपने-अपने गांवों के विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर बांटे और इन पर अमल के लिए प्रस्ताव पारित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में ग्राम पंचायतें नींव की तरह होती हैं और नव-निर्वाचित पंचों को विकास और खुशहाली की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं के लिए हरसंभव समर्थन का भरोसा दिया और कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।
ग्रामीण पुस्तकालयों की स्थापना और युवाओं को सशक्त बनाने पर जोर
मुख्यमंत्री ने राज्य में ग्रामीण पुस्तकालयों की स्थापना की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि ये पुस्तकालय युवाओं में पढ़ने की आदत बढ़ाने और उनके सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इन पुस्तकालयों में वाई-फाई, सोलर पावर, डिजिटल सुविधाएं, और उच्च गुणवत्ता की सेवाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेगा।
पंचायतों से निष्पक्ष और पारदर्शी काम करने की अपील
भगवंत सिंह मान ने पंचायतों से अपील की कि वे निष्पक्षता और पारदर्शिता से काम करें। उन्होंने कहा कि गांवों के विकास के लिए सभी निर्णय ग्राम सभाओं में सामूहिक सहमति से लिए जाएं ताकि फंड का सही उपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने गुटबाजी खत्म करने पर भी जोर दिया और कहा कि यह विकास कार्यों में सबसे बड़ी बाधा है।
हरित और प्रदूषण-मुक्त पंजाब का सपना
मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की और कहा कि स्वच्छ और हरित पंजाब बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि यह न केवल पर्यावरण सुधारने में मदद करेगा, बल्कि प्रदूषण को भी नियंत्रित करेगा।
सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायतों की प्रशंसा
भगवंत सिंह मान ने उन गांवों की सराहना की जिन्होंने सर्वसम्मति से अपनी पंचायतों का चयन किया। उन्होंने इसे आपसी भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन गांवों ने गुटबाजी से ऊपर उठकर विकास को प्राथमिकता दी है और यह एक अनुकरणीय उदाहरण है।
मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री ने पंचायतों से आग्रह किया कि वे गांववासियों के साथ विचार-विमर्श कर हर निर्णय लें और गांवों को आदर्श बनाने के लिए ईमानदारी और प्रतिबद्धता से काम करें। उन्होंने कहा कि यदि पंचायतें अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाएं, तो वे गांवों की तस्वीर बदल सकती हैं।
इस मौके पर भगवंत सिंह मान ने राज्य के मतदाताओं और पंचायतों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया और राज्य के सर्वांगीण विकास में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।