
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने एक ताज़ा बयान में विरोधी दलों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तो आपसी लड़ाई ही खत्म नहीं हो रही, और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब चुनावी मैदान से भाग रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अब कह रही है, “अगर हमें वोट नहीं देना चाहते तो मत दो, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) को मत देना।” इस बयान पर निशाना साधते हुए भगवंत मान ने कहा कि लोगों ने पिछली बार भी घमंड को हराया था और इस बार भी हराएंगे।
अकाली दल और गेंगस्टर मुद्दे पर सवाल
अकाली दल को आड़े हाथ लेते हुए भगवंत मान ने सुखबीर बादल के उस बयान पर तंज कसा जिसमें उन्होंने कहा था कि वे गेंगस्टरों को कंट्रोल करेंगे। इस पर मान ने सवाल उठाया – “क्या उनके पास कोई पासवर्ड है, जिससे वो अपराध रोक लेंगे?” मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि जिन गैंगस्टरों की आज बात हो रही है, वे सभी अकाली सरकार के वक्त पैदा हुए थे।
मान ने यह भी आरोप लगाया कि अकाली दल के समय में नशे का कारोबार फला-फूला, और नाभा जेल ब्रेक जैसी गंभीर घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा कि उस समय एक थानेदार ने अपनी बेटी की इज्जत बचाते हुए जान गंवाई थी, और उसे अपराधियों ने बेरहमी से मार डाला था।
“पंजाब को नुकसान पहुंचाया”
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आरोप लगाया कि अकाली दल और कांग्रेस, दोनों ने पंजाब को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा, “इन लोगों ने ना कोई स्कूल बनाए, ना कॉलेज। इन्होंने सारी सड़कें निजी कंपनियों को सौंप दीं, रेत और ज़मीन के माफियाओं को बढ़ावा दिया, और धार्मिक भावनाओं का अपमान किया।”
मान ने यह भी कहा कि इन दलों ने सिख संस्थाओं पर कब्जा जमाया और श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का पालन नहीं किया। उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग धर्म और संस्कृति की इज्जत नहीं करते, वे पंजाब की हिफाज़त कैसे कर सकते हैं?
“केवल आम आदमी पार्टी ही विकल्प”
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी ही एकमात्र पार्टी है जो पंजाब का भला कर सकती है। उन्होंने कहा कि आप सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है जो राज्य के लोगों के हित में हैं।
मान ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हम हर दिन भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े फैसले ले रहे हैं। उन्होंने कहा, “मेरे पास ना रेत की कोई खान है, ना ट्रांसपोर्ट का कारोबार। मेरी किसी से साझेदारी नहीं है। पिछली सरकारों के नेता कमीशन लेते रहे और भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। ना अकाली, ना कांग्रेस, ना भाजपा – कोई भी इस मामले में साफ नहीं है।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस बयान से साफ है कि पंजाब में राजनीतिक तापमान चढ़ा हुआ है। एक तरफ वह विपक्षी दलों पर सीधा हमला कर रहे हैं, वहीं अपनी सरकार को ईमानदार और जनहितैषी बता रहे हैं। आने वाले चुनावों में यह सियासी लड़ाई और तेज़ होती दिख रही है, जिसमें जनता का फैसला ही सबसे अहम साबित होगा।