पंजाब ने पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। राज्य को ग्रीन स्कूल्स अवार्ड्स 2025 में ‘बेस्ट ग्रीन स्टेट’ और ‘बेस्ट ग्रीन डिस्ट्रिक्ट’ का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दिए गए।
यह सम्मान प्रसिद्ध पर्यावरण वैज्ञानिक सोनम वांगचुक और CSE प्रमुख सुनीता नारायण ने पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (PSCS&T) के कार्यकारी निदेशक इंजीनियर प्रतापाल सिंह और संयुक्त निदेशक डॉ. कुलबीर सिंह बाठ को सौंपा।
ग्रीन स्कूल्स प्रोग्राम की सफलता
CSE की ग्रीन स्कूल्स प्रोग्राम (GSP) नामक पहल को PSCS&T द्वारा पंजाब में सक्रिय रूप से लागू किया गया। इस कार्यक्रम के तहत, स्कूलों को छह महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पर्यावरणीय मानकों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ये छह क्षेत्र हैं:
- हवा
- ऊर्जा
- भोजन
- भूमि
- पानी
- अपशिष्ट प्रबंधन
यह प्रोग्राम स्कूलों को सख्त पर्यावरण ऑडिट करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा मिलता है और संसाधनों का सही प्रबंधन संभव होता है।
पंजाब के 7406 स्कूलों ने किया ऑडिट पूरा
- पूरे देश में कुल 11,917 स्कूलों ने ग्रीन स्कूल प्रोग्राम के तहत रजिस्ट्रेशन कराया।
- इनमें से पंजाब के 7406 स्कूलों ने सफलतापूर्वक पर्यावरण ऑडिट पूरा किया।
- यह संख्या देशभर में हुए कुल ऑडिट का 84% है, जो पंजाब की अग्रणी भूमिका को दर्शाता है।
- इस प्रयास के तहत, पंजाब के 196 स्कूलों को ‘ग्रीन स्कूल’ का दर्जा दिया गया।
- इनमें से 171 सरकारी और 25 निजी स्कूल शामिल हैं।
होशियारपुर जिला बना ‘बेस्ट ग्रीन डिस्ट्रिक्ट’
- पंजाब के होशियारपुर जिले ने इस पहल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
- इस जिले के 1945 स्कूलों ने सफलतापूर्वक पर्यावरण ऑडिट पूरा किया।
- यह पूरे भारत में किसी भी जिले द्वारा किया गया सबसे अधिक ऑडिट है।
- इसी वजह से होशियारपुर को ‘बेस्ट ग्रीन डिस्ट्रिक्ट’ का पुरस्कार मिला।
पंजाब बना पर्यावरण शिक्षा में अग्रणी राज्य
पंजाब सरकार की यह पहल दर्शाती है कि राज्य पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा को लेकर गंभीर है। यह उपलब्धि अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा है कि वे शिक्षा प्रणाली में पर्यावरण जागरूकता को और अधिक बढ़ावा दें।
यह पुरस्कार न केवल पंजाब के स्कूलों और छात्रों की मेहनत को सम्मानित करता है, बल्कि भविष्य में भी पर्यावरण शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे पंजाब एक हरित और सतत विकास वाले राज्य के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।