
पंजाब सरकार ने सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने मोहाली के स्कूल ऑफ एमिनेंस का दौरा किया और वहाँ माता-पिता और शिक्षकों (PTM) की बैठक में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों की स्थिति अब पहले से बहुत बेहतर हो चुकी है।
अब माता-पिता सरकारी स्कूलों पर कर रहे भरोसा
हरजोत बैंस ने कहा कि एक समय था जब माता-पिता अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजने से डरते थे। लेकिन अब भगवंत मान सरकार ने स्कूलों में बेहतर सुविधाएँ और सुरक्षा देकर यह डर पूरी तरह से खत्म कर दिया है। उन्होंने बताया कि सरकार शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने के लिए लगातार काम कर रही है।
स्कूलों में सुविधाओं में हुआ बड़ा सुधार
शिक्षा मंत्री ने बताया कि 2022 के बाद से पंजाब के सरकारी स्कूलों में कई बड़े सुधार किए गए हैं। उन्होंने कुछ अहम बदलावों पर रोशनी डाली—
✅ 99% सरकारी स्कूलों में चारदीवारी (बाउंड्री वॉल) बनाई जा चुकी है, जिससे सुरक्षा बढ़ी है।
✅ अब किसी भी सरकारी स्कूल में बच्चे जमीन पर नहीं बैठते।
✅ 100% सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए साफ-सुथरे बाथरूम की व्यवस्था की गई है।
✅ पंजाब के 17,000 से अधिक स्कूलों में इंटरनेट की सुविधा दी गई है, जिससे पढ़ाई में डिजिटल बदलाव लाया जा रहा है।
✅ 5000 स्कूलों में सौर ऊर्जा (सोलर पैनल) लगाई गई है, जिससे बिजली की बचत होगी और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।
भविष्य में और भी सुधार होंगे
हरजोत बैंस ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में और भी बड़े सुधार करने जा रही है। उन्होंने वादा किया कि सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता इतनी अच्छी कर दी जाएगी कि लोग निजी स्कूलों की बजाय अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजना पसंद करेंगे।
सरकार की शिक्षा क्रांति जारी
पंजाब सरकार का लक्ष्य शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से डिजिटल और आधुनिक बनाना है। सरकार चाहती है कि हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, भले ही वह किसी भी आर्थिक पृष्ठभूमि से आता हो।
शिक्षा मंत्री ने माता-पिता और शिक्षकों से कहा कि वे अपने सुझाव सरकार तक पहुँचाएँ ताकि शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके। पंजाब सरकार का यह कदम राज्य के बच्चों के भविष्य को सुनहरा बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।