
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंचायतों को सशक्त और प्रेरित करने के लिए जो वादा किया था, उसे अब हकीकत का रूप दे दिया है। पंचायत दिवस के मौके पर किए गए ऐलान के अनुसार, सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायतों को 5 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इस ऐलान के तहत अब सरकार की ओर से राज्य की हजारों पंचायतों को करोड़ों की राशि बाँटी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि जो गाँव आपसी एकता और भाईचारे की मिसाल कायम करते हुए बिना किसी विवाद या मुकाबले के पंचायत चुनाव सर्वसम्मति से कराते हैं, उन्हें सरकार आर्थिक मदद से सम्मानित करेगी। यह कदम गाँवों में शांति और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
150 करोड़ की प्रोत्साहन राशि
सरकारी आँकड़ों के मुताबिक, पंजाब में अब तक 3044 पंचायतें सर्वसम्मति से चुनी गई हैं। राज्य सरकार इन सभी पंचायतों को कुल मिलाकर लगभग 150 करोड़ रुपये की राशि प्रदान करेगी। हर पंचायत को 5 लाख रुपए का चेक दिया जा रहा है, जो सीधे उनके विकास कार्यों में खर्च किया जाएगा।
पठानकोट से हुई शुरुआत
इस योजना की शुरुआत पठानकोट से हुई है, जहाँ आज कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारूचक एक सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायत को 5 लाख रुपये का चेक सौंपेंगे। इस अवसर पर स्थानीय लोगों में उत्साह और गर्व की लहर है, क्योंकि यह सम्मान सिर्फ वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि उनके आपसी भाईचारे की पहचान भी है।
ग्राम पंचायतों को मिला सम्मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने संबोधन में कहा था कि जो पंचायतें बिना किसी झगड़े या राजनीति के चुनी जाती हैं, वो पूरे गाँव की एकता और समझदारी का प्रतीक होती हैं। सरकार का उद्देश्य है कि ऐसे गाँवों को पहचान दी जाए और उन्हें प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ाया जाए।
इस योजना से न केवल गाँवों में राजनीतिक शांति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि विकास कार्यों में तेजी भी आएगी। यह प्रोत्साहन गाँवों के लिए नयी योजनाएँ शुरू करने, शिक्षा, स्वच्छता, और बुनियादी सुविधाओं को सुधारने में मदद करेगा।
यह पहल साफ दर्शाती है कि भगवंत मान की सरकार जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करने और गाँवों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस काम कर रही है।