पंजाब सरकार शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठा रही है। इसी क्रम में राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने शहीद-ए-आज़म सुखदेव थापर स्कूल ऑफ एमिनेंस, भारत नगर, लुधियाना को अपग्रेड करने की आधारशिला रखी। इस परियोजना पर लगभग 17 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस अवसर पर उनके साथ विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी, मार्कफेड के चेयरमैन अमनदीप सिंह मोही और लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल भी मौजूद थे।
नए निर्माण कार्यों की विशेषताएं
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि अपग्रेडेशन के तहत कई नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। इनमें अत्याधुनिक इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, मल्टीपरपज हॉल, नई साइंस लैब्स, अतिरिक्त कक्षाएं, छत की टाइलिंग, नए दरवाजे और खिड़कियां, बिजली की वायरिंग, सीवरेज सिस्टम, विद्यार्थियों के लिए कवर पार्किंग क्षेत्र, मध्याह्न भोजन के लिए आश्रय, बास्केटबॉल कोर्ट, नए बाथरूम और अन्य सुविधाएं शामिल हैं। पुराने ग्राउंड फ्लोर हॉल को गिराकर वहां सात नई कक्षाएं बनेंगी।
इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नाम श्री गुरु तेग बहादुर सिंह जी के सम्मान में रखा जाएगा। इस प्रोजेक्ट को अगले 11 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है। मंत्री ने कहा कि इस अपग्रेडेशन के बाद स्कूल को लुधियाना के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में बदल दिया जाएगा।
सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाएं
हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि राज्यभर में स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को कॉन्वेंट स्कूलों जैसी सुविधाएं मिल सकें। शहीद-ए-आज़म सुखदेव थापर स्कूल, जो वर्तमान में लगभग 2000 विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहा है, लुधियाना का दूसरा स्कूल ऑफ एमिनेंस होगा।
मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जल्द ही राज्य में पांच और नए स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन करेंगे।
हरजोत सिंह बैंस ने ‘बिजनेस ब्लास्टर’ पहल पर भी प्रकाश डाला। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को नौकरी ढूंढने वाले से नौकरी देने वाला बनाना है। इस योजना के तहत हर चयनित विद्यार्थी को अपने व्यावसायिक विचारों को विकसित करने के लिए 2,000 रुपये की प्रारंभिक धनराशि दी जाएगी। यह योजना विद्यार्थियों में रचनात्मकता, समस्या समाधान और आलोचनात्मक सोच जैसे कौशल को बढ़ावा देती है।
मिशन समर्थ: साक्षरता और गणना कौशल पर जोर
मंत्री ने ‘मिशन समर्थ’ की भी चर्चा की, जिसका उद्देश्य ग्रेड 3 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए बुनियादी साक्षरता और गणना कौशल को बेहतर बनाना है। इस योजना के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा के बुनियादी स्तर पर सशक्त किया जाएगा।
स्कूल की आधारशिला और श्रद्धांजलि
इससे पहले, कैबिनेट मंत्री ने शहीद-ए-आज़म सुखदेव थापर स्कूल के परिसर में स्थित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें चारदीवारी, फर्नीचर और खेल सुविधाएं शामिल हैं।
समर्पित प्रयासों से शिक्षा में क्रांति
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं और परियोजनाओं से सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार होगा और विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।
हरजोत सिंह बैंस ने आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए, सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।