पंजाब सरकार ने केंद्र और किसानों के बीच बातचीत बहाल करने में निभाई अहम भूमिका
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पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच बातचीत का नया दौर शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज शाम चंडीगढ़ में मैग्सेपा भवन में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी, पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां और पंजाब के खाद्य मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने किसान नेताओं से मुलाकात की। इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा (एस.के.एम. गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनका नेतृत्व जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवण सिंह पंधेर कर रहे थे।
किसानों की मांगों पर केंद्र सरकार से विचार करने की अपील
पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने केंद्र सरकार और किसान यूनियनों की टीम का स्वागत किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से किसानों की जायज मांगों पर सहानुभूति से विचार करने और जल्द समाधान निकालने की अपील की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उनके हितों को प्राथमिकता दी जा रही है।
22 फरवरी को होगी अगली बैठक
बैठक के दौरान, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि बातचीत जारी रहेगी और अगली बैठक 22 फरवरी, 2025 को होगी। उन्होंने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से उनकी सेहत को ध्यान में रखते हुए भूख हड़ताल खत्म करने की अपील भी की।
81 दिन से भूख हड़ताल पर हैं डल्लेवाल
हालांकि, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने स्पष्ट कर दिया कि वे चिकित्सीय सहायता तो लेते रहेंगे, लेकिन पिछले 81 दिनों से चल रही उनकी भूख हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार एम.एस.पी. (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की कानूनी गारंटी सहित किसानों की अन्य मांगों को पूरा नहीं करती।
धान की खरीद और फसल विविधता पर चर्चा
बैठक के दौरान, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पिछले सीजन में धान की खरीद के आंकड़े साझा किए और भरोसा दिलाया कि आने वाली गेहूं की फसल की खरीद के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार किसानों को फसली विविधता अपनाने और दालों, सब्जियों और फलों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठा रही है।
डल्लेवाल के परिवार के दुख में जताई संवेदना
बैठक से पहले, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के पास जाकर उनका हालचाल पूछा। साथ ही, उन्होंने डल्लेवाल की बहन की पोती के निधन पर गहरी संवेदना प्रकट की।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में पंजाब के मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा, केंद्रीय कृषि मंत्रालय के सचिव देवेश चतुर्वेदी, पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव (कृषि) अनुराग वर्मा, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव विकास गर्ग, और कई अन्य उच्च अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा, डी.जी.पी. पंजाब गौरव यादव, सचिव पंजाब मंडी बोर्ड रामवीर, एम.डी. पनसप सोनाली गिरि, पंजाब किसान और खेत मजदूर आयोग के चेयरमैन सुखपाल सिंह सहित कृषि विशेषज्ञ और प्रशासनिक अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे।
क्या होगी आगे की रणनीति?
अब सभी की निगाहें 22 फरवरी को होने वाली बैठक पर टिकी हैं, जहां केंद्र सरकार और किसान नेता दोबारा आमने-सामने होंगे। किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और एम.एस.पी. की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार भी किसानों को फसली विविधता और अन्य योजनाओं के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
क्या इस बार कोई हल निकल पाएगा? या फिर किसान आंदोलन और तेज होगा? इसका जवाब आने वाले दिनों में मिलेगा।