
पंजाब सरकार ने राज्य के होनहार खिलाड़ियों को बड़ी सौगात दी है। अब पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) में स्पोर्ट्स कोटे के तहत लगभग 60 खिलाड़ियों को नौकरी दी जाएगी। यह जानकारी राज्य के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने दी।
उन्होंने बताया कि PSPCL का स्पोर्ट्स सेल जो 2017 में बंद कर दिया गया था, उसे अब फिर से शुरू कर दिया गया है। 2017 में जब यह सेल बंद हुआ था, उस समय पंजाब में कांग्रेस सरकार थी। अब मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस पुराने और महत्वपूर्ण स्पोर्ट्स कोटे को फिर से शुरू करने का फ़ैसला लिया है।
हरभजन सिंह ने बताया कि PSPCL का खेल विंग साल 1973 में बनाया गया था और इसने राज्य के खिलाड़ियों को एक बेहतर मंच देने में बड़ी भूमिका निभाई थी। लेकिन दुर्भाग्यवश, यह सेल कुछ साल पहले बंद कर दिया गया। अब राज्य सरकार ने न केवल इस स्पोर्ट्स सेल को फिर से सक्रिय किया है, बल्कि इसके तहत 60 नई भर्तियाँ करने की भी योजना बनाई है, जिससे यह सेल और अधिक मजबूत हो सके।
बिजली मंत्री ने कहा कि इन भर्तियों को लेकर विस्तृत जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी PSPCL में नौकरी पाने के इच्छुक हैं, उन्हें थोड़ी प्रतीक्षा करनी होगी, क्योंकि भर्ती की प्रक्रिया और योग्यताओं से जुड़ी जानकारी सरकार शीघ्र ही जारी करेगी।
इतना ही नहीं, पंजाब सरकार इस बार खेलों को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर काम कर रही है। हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने बताया कि सरकार ने खेल विभाग के लिए इस वर्ष ₹979 करोड़ रुपये का बजट रखा है, जो अब तक का एक बड़ा कदम है। इसका उद्देश्य राज्य में खेल संस्कृति को फिर से मजबूत करना और युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करना है।
इसके अलावा सरकार हर गांव में खेल मैदान बनाने का काम कर रही है, ताकि बच्चों और युवाओं को खेलों में रुचि लेने के लिए उपयुक्त माहौल मिल सके। साथ ही, एक विशेष “स्पोर्ट्स नर्सरी” की भी योजना है, जहाँ प्रतिभाशाली बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही ट्रेनिंग दी जाएगी।
पंजाब सरकार के इस फैसले से न केवल खिलाड़ियों को रोजगार मिलेगा, बल्कि राज्य की खेल प्रतिभा को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी मिलेगी। यह कदम युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित करने में अहम भूमिका निभाएगा और “रंगला पंजाब” की ओर एक मजबूत कदम होगा।