
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक साहसी और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी, शहीद सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिवार के लिए 2 करोड़ रुपये के मुआवज़े का ऐलान किया है। यह सहायता राशि उन बहादुरों के प्रति सम्मान का प्रतीक है जो देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दे देते हैं।
शहीद चरणजीत सिंह की बहादुरी को सलाम
तरनतारन में ड्यूटी के दौरान सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह ने अपनी जान कुर्बान कर दी। वे निडरता और सेवा-भाव का प्रतीक थे। उनके इस बलिदान को पंजाब कभी नहीं भुला सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि चरणजीत सिंह की वीरता और कर्तव्य के प्रति समर्पण हमेशा याद रखा जाएगा।
परिवार को 2 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता
शहीद अधिकारी के परिवार को कुल 2 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी:
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₹1 करोड़ पंजाब सरकार की तरफ से एक्स-ग्रेशिया (मुआवज़ा) राशि के रूप में दिया जाएगा।
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₹1 करोड़ की राशि HDFC बैंक द्वारा पंजाब पुलिस वेलफेयर इंश्योरेंस स्कीम के तहत दी जाएगी।
इस सहायता से शहीद के परिवार को आर्थिक संबल मिलेगा और यह दिखाता है कि सरकार और पुलिस विभाग अपने जवानों और उनके परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं।
पंजाब पुलिस अपने शहीदों को नहीं भूलती
Punjab Police की तरफ से भी शहीद अधिकारी को श्रद्धांजलि दी गई और यह दोहराया गया कि पंजाब पुलिस अपने शहीदों और उनके परिवारों की देखभाल करना अपना कर्तव्य मानती है। यह फैसला भी उसी भावना का हिस्सा है।
शहीदों के साथ पंजाब
पंजाब सरकार और पूरा प्रदेश अपने शहीदों के बलिदान को सलाम करता है। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि जो अपने कर्तव्य के लिए जान की बाज़ी लगाते हैं, उनके परिवारों को समाज और सरकार अकेला नहीं छोड़ते।
शहीद चरणजीत सिंह अमर रहें।