पंजाब सरकार ने राज्य के छोटे बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। इस संबंध में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार 3 से 6 साल के बच्चों के लिए 1419 नए आंगनवाड़ी केंद्र बनाने जा रही है। इनमें से 56 केंद्रों का निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है, जबकि शेष केंद्रों का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, पंजाब सरकार ने पुराने आंगनवाड़ी केंद्रों को भी अपग्रेड करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि राज्य के 353 आंगनवाड़ी केंद्रों को 35 लाख रुपये की राशि जारी की गई है। इनमें से कई केंद्र ऐसे हैं, जहां टॉयलेट की सुविधा तक उपलब्ध नहीं थी।
आंगनवाड़ी केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी को दूर करने के लिए सरकार ने 21 करोड़ रुपये फर्नीचर के लिए आवंटित किए हैं। मंत्री ने बताया कि अभी तक कई केंद्रों में बच्चों को फर्श पर बैठना पड़ता था, लेकिन अब इन केंद्रों को फर्नीचर और अन्य आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा।
डॉ. बलजीत कौर ने मोगा और फिरोजपुर जिलों का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इन जिलों के सक्षम आंगनवाड़ी केंद्रों को एक-एक लाख रुपये की राशि जारी की गई है। इन केंद्रों में आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए एलईडी, आरओ (पानी की शुद्धि के लिए), और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। सरकार का उद्देश्य है कि बच्चों को एक सुरक्षित और शिक्षाप्रद माहौल प्रदान किया जाए, जहां वे खेल-खेल में सीख सकें।
मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार बच्चों को बेहतर लर्निंग सामग्री प्रदान करने पर विशेष ध्यान दे रही है। इस पहल के तहत, आंगनवाड़ी केंद्रों में न केवल बुनियादी ढांचे का सुधार किया जाएगा, बल्कि उन्हें आधुनिक शिक्षण तकनीकों से भी लैस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आंगनवाड़ी केंद्रों की अपग्रेडेशन के लिए राज्य सरकार 2 करोड़ रुपये और खर्च करेगी।
पंजाब सरकार का यह कदम बच्चों के लिए गुणवत्ता शिक्षा और बेहतर बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस परियोजना का उद्देश्य बच्चों को उनकी प्रारंभिक शिक्षा के दौरान एक मजबूत आधार प्रदान करना है, ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि सरकार की यह पहल न केवल बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि उनके लिए सुरक्षित और अनुकूल माहौल भी सुनिश्चित करेगी। इस अवसर पर उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों और विभागों को निर्देश दिया कि इस परियोजना को समय पर पूरा किया जाए, ताकि राज्य के छोटे बच्चों को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके।
इस घोषणा के साथ, पंजाब सरकार ने बच्चों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है और राज्य में शिक्षा और बाल विकास के क्षेत्र में सुधार के प्रति अपनी गंभीरता दिखाई है।