
पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 52 पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है। यह कदम सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है। इससे पहले, दो दिन पहले मुक्तसर के डिप्टी कमिश्नर (DC) को भी निलंबित किया गया था।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार लगातार भ्रष्टाचार पर शिकंजा कस रही है। हाल के महीनों में भ्रष्टाचार में लिप्त कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। सरकार ने साफ कर दिया है कि चाहे कोई भी हो, यदि वह भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस विभाग में बड़ी कार्रवाई
पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। बर्खास्त किए गए अधिकारियों पर अवैध कार्यों में संलिप्त होने के आरोप थे। सरकार ने सख्त संदेश दिया है कि कानून लागू करने वाली संस्थाओं में भ्रष्टाचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
लगातार हो रही सख्त कार्रवाई
सरकार के इस एक्शन से भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। हाल ही में भ्रष्टाचार के कई मामलों का खुलासा हुआ था, जिसके बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई करने का फैसला लिया। राज्य में प्रशासन को पारदर्शी और ईमानदार बनाने के लिए मुख्यमंत्री लगातार अधिकारियों को चेतावनी भी दे रहे हैं।
जनता को मिला भरोसा
सरकार की इस सख्ती से जनता में भरोसा बढ़ा है कि अब भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा और पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
पंजाब सरकार का यह कदम भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए एक मिसाल बन सकता है। अब देखना होगा कि आगे और कितने भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई होती है।