पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई ‘पहल’ योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को रोजगार प्रदान करना है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस योजना की सफलता को लेकर हाल ही में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इस योजना के तहत अब महिलाओं के स्व-सहायता समूहों से पंजाब पुलिस की वर्दियां बनाई जाएंगी। इससे न केवल महिलाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि राज्य की सुरक्षा से जुड़ी जरूरतों को भी पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने यह घोषणा 12 नवंबर 2023 को संगरूर जिले के लड्डा कोठी गांव में पंचायतों के नए चुने गए पंचों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ पंजाब के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देने वाली साबित होगी। इस योजना को पहले अकालगढ़ से एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था, जिसमें महिलाओं के स्व-सहायता समूहों को सरकारी स्कूलों के बच्चों की वर्दियां बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया था। इसके बाद यह योजना पूरे पंजाब में लागू की गई और अब तक 1800 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक इन महिलाओं ने 80,000 स्कूल वर्दियां बनाकर करीब 4.5 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसके साथ ही निजी स्कूलों ने भी इस योजना में रुचि दिखाना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अब पंजाब पुलिस की वर्दियां भी महिलाओं के स्व-सहायता समूहों से बनाई जाएंगी। इसके तहत महिलाओं को पुलिस जवानों के नाप और अन्य विवरण प्रदान किए जाएंगे और वे वर्दियां बनाने का काम करेंगी।
मुख्यमंत्री ने इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को रोजगार देने के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि चीन की तरक्की का मुख्य कारण वहां के गांवों में महिलाओं का काम करना है। यदि महिलाएं उन कार्यों को व्यावसायिक दृष्टिकोण से करें, जिनमें वे माहिर हैं, तो यह राज्य और समाज दोनों के लिए फायदे की बात हो सकती है। मुख्यमंत्री ने पंचायतों के नए चुने गए पंचों से अपील की कि वे अपने गांवों में ऐसे स्व-सहायता समूहों का गठन करें और इस योजना का लाभ उठाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि गांवों में स्टेडियम, लाइब्रेरी, स्कूलों में कमरे, बेंच, और सोलर लाइट्स की आवश्यकता हो, तो पंचायतों को इस संबंध में मतों का समर्थन करना चाहिए। इस योजना को राज्य के ग्रामीण इलाकों में फैलाने का उद्देश्य पंजाब के समग्र विकास में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री ने पंचायती चुनावों में महिलाओं के बढ़ते प्रतिनिधित्व पर भी खुशी जताई और कहा कि इन पंचों का 50 फीसदी हिस्सा महिलाएं हैं, जो राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है।
‘पहल ‘ योजना का भविष्य और प्रभाव
‘पहल ‘ योजना महिलाओं को घर से बाहर काम करने के लिए प्रेरित करती है और साथ ही साथ उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाती है। इस योजना के तहत महिलाओं को जिन मशीनों का प्रशिक्षण दिया जाता है, वे उन्हें अपने घरों में भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे न केवल महिलाओं को रोजगार मिलता है, बल्कि उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है।
इसके अलावा, इस योजना ने राज्य सरकार को सरकारी और निजी स्कूलों के लिए वर्दियां तैयार करने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। पंजाब पुलिस की वर्दियां भी अब इस योजना के तहत बनेंगी, जिससे महिलाओं को एक और रोजगार का अवसर मिलेगा।