
पंजाब सरकार ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के संकल्प को और मजबूत करते हुए मेडिकल स्टोरों पर सख्त निगरानी शुरू कर दी है। ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ अभियान के तहत, राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्थित दवा दुकानों पर प्रतिदिन छापेमारी की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिधू ने सभी जिलों की ज़ोनल ड्रग अथॉरिटी को निर्देश दिए हैं कि वे नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और दोषियों को जेल भेजें, ताकि राज्य को नशे से मुक्त करने की सरकार की प्रतिबद्धता को और मजबूती मिल सके।
पांच मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी, कई अनियमितताएं उजागर
इस अभियान के तहत, जिला ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी के प्रमुख कुलविंदर सिंह की अगुवाई में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें ड्रग कंट्रोल अधिकारी बबलीन कौर भी शामिल थीं। इस टीम ने जिले के पांच मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया, जिनमें टेंपल एवेन्यू स्थित श्री राम मेडिकोज़, सुल्तानविंड लिंक रोड पर गुरु तेज बहादुर मेडिकल स्टोर, भाई वीर सिंह कॉलोनी गेट भगतांवाला स्थित बाबा दीप सिंह फार्मेसी, झबाल रोड स्थित सनी मेडिकल स्टोर और बोहड़ू पुल मंडियाला छाब्बा रोड स्थित सुख अमृत मेडिकोज़ शामिल हैं।
छापेमारी के दौरान अधिकारियों को किसी भी दुकान से कोई नशीली दवा बरामद नहीं हुई। हालांकि, कई मेडिकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट मौजूद नहीं थे, और कुछ दुकानों में बिक्री और खरीद का रिकॉर्ड अधूरा पाया गया। इन दुकानदारों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया और निर्देश दिया गया कि वे जल्द से जल्द अपना रिकॉर्ड पूरा करें।
लाइसेंस रद्द करने और जुर्माने की चेतावनी
ड्रग अथॉरिटी के प्रमुख कुलविंदर सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि अगली जांच के दौरान किसी भी मेडिकल स्टोर का रिकॉर्ड अधूरा पाया जाता है, तो उसका ड्रग लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा और कानूनी कार्रवाई के तहत जुर्माना भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान अब और तेज़ किया जाएगा, ताकि जिले को पूरी तरह से नशा मुक्त बनाया जा सके।
राज्य सरकार की सख्त नीति, जनता को मिल रहा लाभ
पंजाब सरकार नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार लगातार ऐसी नीतियां बना रही है, जिससे अवैध नशा व्यापार पर लगाम लगाई जा सके। जनता भी इस अभियान की सराहना कर रही है और उम्मीद जता रही है कि जल्द ही पंजाब पूरी तरह नशा मुक्त राज्य बनेगा।
अगले चरण में और सख्त होगी कार्रवाई
अधिकारियों के अनुसार, यह छापेमारी सिर्फ एक शुरुआत है। भविष्य में इस तरह की जांच को और बढ़ाया जाएगा, जिससे नशीली दवाओं की अवैध बिक्री पूरी तरह से रोकी जा सके। पंजाब पुलिस और ड्रग कंट्रोल विभाग की यह संयुक्त मुहिम राज्य में जागरूकता फैलाने और नशे के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।