
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पंजाब सरकार ने राज्य की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा और सख्त कदम उठाया है। पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए हो रही नशा तस्करी और आतंकी गतिविधियों को देखते हुए अब पंजाब सरकार ने सीमावर्ती इलाकों में 9 एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात करने का फैसला किया है।
हाईटेक तकनीक से होगी निगरानी
पंजाब सरकार पहली बार सीमा पर हाईटेक एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाने जा रही है। इसका मकसद है कि पाकिस्तान की तरफ से भेजे जाने वाले ड्रोन को समय रहते पकड़कर रोका जा सके। ये ड्रोन अक्सर नशीले पदार्थ, हथियार या अन्य खतरनाक चीजें लेकर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश करते हैं।
अब इन सभी कोशिशों पर एंटी-ड्रोन सिस्टम पैनी नजर रखेगा। इस तकनीक के जरिए ड्रोन की पहचान, उसकी दिशा और ऊंचाई का पता लगाया जा सकेगा और उसे हवा में ही नष्ट किया जा सकेगा।
कैबिनेट ने दी मंजूरी
मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई पंजाब कैबिनेट की बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई। सरकार का मानना है कि सीमावर्ती जिलों में ड्रोन के जरिए सबसे ज्यादा खतरा है, इसलिए वहां इन सिस्टम को प्राथमिकता से तैनात किया जाएगा।
नशा तस्करी पर लगेगी लगाम
पिछले कुछ वर्षों में पंजाब में ड्रोन के जरिए नशा तस्करी की घटनाएं बढ़ी हैं। पुलिस और बीएसएफ ने कई बार ड्रोन के जरिए भेजे गए नशे के पैकेट पकड़े हैं। अब एंटी-ड्रोन सिस्टम की मदद से नशा तस्करों की इन कोशिशों पर कड़ा प्रहार किया जाएगा।
सुरक्षा होगी और मजबूत
इस कदम से न केवल नशा तस्करी पर लगाम लगेगी, बल्कि पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था भी और मजबूत होगी। सीमा पर तैनात सुरक्षाबलों को भी तकनीकी सहायता मिलेगी और किसी भी खतरे से निपटना आसान होगा।
यह फैसला दिखाता है कि पंजाब सरकार राज्य को सुरक्षित रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है।