
पंजाब को नशे की चपेट से बाहर निकालने के लिए मान सरकार ने एक और ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार “युद्ध नशे के विरुद्ध” नामक मुहिम को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने में जुटी है। इसी अभियान के तहत आज पंजाब भर के विभिन्न जिलों में विलेज डिफेंस कमेटियों (गांव रक्षा समितियों) के शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इन कार्यक्रमों में राज्य सरकार के कई कैबिनेट मंत्री खुद शामिल होकर नशे के खिलाफ इस जंग में जनता को साथ जोड़ रहे हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है — गांव-गांव में लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करना और एकजुट होकर इसका मुकाबला करना।
पटियाला में कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा और डॉ. बलवीर सिंह कार्यक्रम की अगुवाई करेंगे। वहीं, नवांशहर में कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस विलेज डिफेंस कमेटी के कार्यक्रम में भाग लेंगे।
बठिंडा में कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा जिला स्तरीय बैठक में हिस्सा लेकर नशे के खिलाफ सरकार की योजनाओं को साझा करेंगे।
पठानकोट में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, लाल चंद कटारुचक और डॉ. रवजोत सिंह हिस्सा लेंगे।
गुरदासपुर में कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और मोहिंदर भगत लोगों को संबोधित करेंगे।
अमृतसर में मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और हरदीप सिंह मुंडिया, जबकि मलेरकोटला में तरुणप्रीत सौंध और डॉ. बलजीत कौर कार्यक्रम में भाग लेंगे।
फाजिल्का में कैबिनेट मंत्री बरिंदर कुमार गोयल भी जिला स्तरीय कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि वह नशे के खिलाफ कोई ढील नहीं देगी और हर गांव में लोगों को जागरूक कर इस लड़ाई को और मज़बूत बनाया जाएगा। कैबिनेट मंत्रियों की भागीदारी से यह स्पष्ट है कि सरकार इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह गंभीर और प्रतिबद्ध है।
सरकार की यह पहल पंजाब को एक स्वस्थ, सुरक्षित और नशा मुक्त समाज की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभाएगी।