
पंजाब में राजस्व अधिकारियों (माल अफसरों) की हड़ताल के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि तहसीलदार भ्रष्टाचार में लिप्त अपने साथियों का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार रिश्वतखोरी के खिलाफ है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि आम जनता को किसी भी हाल में परेशान नहीं होने दिया जाएगा। इसलिए तहसील के अन्य अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि लोगों के काम बिना किसी रुकावट के चलते रहें।
तहसीलदारों को छुट्टी मुबारक, लेकिन फैसला जनता करेगी
भगवंत मान ने हड़ताल कर रहे तहसीलदारों पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें “समूहिक छुट्टी मुबारक,” लेकिन जब वे वापस आएंगे तो जनता तय करेगी कि वे कहां और कब दोबारा काम पर लौटेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तरों में जनता की सेवा सबसे पहले है, और कोई भी हड़ताल जनता के अधिकारों को बाधित नहीं कर सकती।
बठिंडा में कानूगो को मिला रजिस्ट्रियां करने का अधिकार
हड़ताल के चलते पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए तहसीलदारों की जगह कानूगो (राजस्व अधिकारी) को जमीन की रजिस्ट्री करने का अधिकार दे दिया है। बठिंडा के डिप्टी कमिश्नर शौकत अहमद ने आदेश जारी करते हुए कहा कि किसी भी तहसील कार्यालय में जनता को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कानूगो को जमीन की रजिस्ट्रियों की जिम्मेदारी सौंप दी है और इस संबंध में आधिकारिक पत्र भी जारी कर दिया गया है।
अस्थायी रूप से कानूगो बना सब-रजिस्ट्रार
पंजाब सरकार ने बठिंडा तहसील में एक कानूगो को अस्थायी रूप से सब-रजिस्ट्रार का चार्ज देकर रजिस्ट्री करने का अधिकार दिया है। डिप्टी कमिश्नर शौकत अहमद ने बताया कि आज के लिए बठिंडा सदर के कानूगो को सब-रजिस्ट्रार की जिम्मेदारी सौंपी गई, और उन्होंने आज रजिस्ट्रियां पूरी कीं। अगर हड़ताल जारी रहती है, तो यह व्यवस्था आगे भी जारी रखी जाएगी।
हड़ताल पर राजस्व अधिकारियों का फैसला और सरकार की पहल
दूसरी ओर, पंजाब राजस्व अधिकारी एसोसिएशन ने शुक्रवार तक सभी तहसीलों में रजिस्ट्री का काम न करने का ऐलान किया है। हालांकि, सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया है।
पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि किसी भी हड़ताल के चलते आम जनता को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। तहसीलदारों की गैरमौजूदगी में कानूगो और अन्य अधिकारी जनता के काम पूरे करेंगे। साथ ही, सरकार ने हड़ताल कर रहे अधिकारियों को चेतावनी दी है कि जब वे वापस आएंगे, तो जनता तय करेगी कि उन्हें कहां और कब दोबारा जॉइन करना है।