
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि पंजाब हमारा परिवार है और उसकी रक्षा करना हमारी पहली ज़िम्मेदारी है। उन्होंने राज्य के पानी, संसाधनों और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों को साझा किया।
सीएम मान ने कहा कि पंजाब के पानी की सुरक्षा के लिए उनकी सरकार ने कई बड़े फ़ैसले लिए हैं। उन्होंने कहा, “हमने अपनी नहर प्रणाली को सुधार कर डैमों का पानी अब पंजाब के खेतों तक पहुंचाना शुरू कर दिया है। अब हमारा किसान अपने हक का पानी पा रहा है और इसके लिए किसी और पर निर्भर नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ मुहिम को लोगों ने ज़बरदस्त समर्थन दिया है और यह अब एक जन आंदोलन बन चुका है। गांवों में लोग खुद अपने इलाकों के पहरेदार बन रहे हैं और नशे के खिलाफ खड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह बदलाव जनता की जागरूकता और सहयोग से ही संभव हो पाया है। अब दिन दूर नहीं जब हम पंजाब को नशा मुक्त बना देंगे।”
सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर पंजाब के हकों की लड़ाई लड़ रही है। आने वाले समय में होने वाली नीति आयोग की बैठक में वह BBMB (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) के पुनर्गठन, RDF (रूरल डेवलपमेंट फंड) फंड की रिहाई और पंजाब के पानी के हक जैसे अहम मुद्दों को ज़ोरदार ढंग से उठाएंगे।
उन्होंने कहा, “हम केंद्र सरकार से कोई भीख नहीं मांग रहे, हम अपने अधिकार मांग रहे हैं। पंजाब के लोगों ने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं, और अब वक्त है कि उन्हें उनका हक़ दिया जाए।”
सीएम ने यह भी कहा कि RDF फंड रोक कर पंजाब के विकास में रोड़ा अटकाया जा रहा है, जबकि यह फंड गांवों की तरक्की के लिए जरूरी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि चाहे कोई भी मुश्किल आए, उनकी सरकार पंजाब के हितों के लिए किसी भी हद तक जाएगी।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे सरकार का साथ देते रहें, क्योंकि यह लड़ाई सिर्फ सरकार की नहीं, बल्कि पूरे पंजाब की है।