पंजाब जेल ओलंपिक 2025 के ज़ोनल मैच आज केंद्रीय जेल, पटियाला में शुरू हो गए। ये मुकाबले 9 फरवरी तक चलेंगे। जेल सुपरिंटेंडेंट वरुण शर्मा ने इन खेलों का उद्घाटन किया और कैदी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। इन खेलों का मुख्य उद्देश्य कैदियों को आत्मविश्वास देना और समाज में दोबारा जोड़ने में मदद करना है।
कई जेलों के कैदी ले रहे हैं हिस्सा
इन खेलों में केंद्रीय जेल पटियाला, केंद्रीय जेल श्री गोइंदवाल साहिब, जिला जेल रूपनगर, जिला जेल संगरूर, नई जेल नाभा और सब-जेल मलेरकोटला के कैदी खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। जेल सुपरिंटेंडेंट ने कहा कि पंजाब सरकार की इस पहल से कैदियों में एक नई उम्मीद जाग रही है।
कैदियों के लिए विभिन्न खेल मुकाबले
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश और जेल मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर के नेतृत्व में ये खेल आयोजित किए जा रहे हैं। कैदी रस्साकशी, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, एथलेटिक्स (100 मीटर, 400 मीटर दौड़, लंबी कूद) और कबड्डी सहित कई खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं।
अगले राउंड के लिए क्वालिफाई करने का मौका
जेल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि ज़ोनल खेलों में जीतने वाले खिलाड़ी 15-16 मार्च को होने वाले अंतर-ज़ोनल पंजाब जेल ओलंपिक खेल 2025 के लिए क्वालिफाई करेंगे। यह कैदियों के लिए एक बड़ा अवसर है, जिससे वे अपनी प्रतिभा दिखा सकें और अपने जीवन में एक नया जोश ला सकें।
कैदियों के पुनर्वास और कौशल विकास कार्यक्रम
पंजाब सरकार ने कैदियों के पुनर्वास और समाज में दोबारा शामिल होने के लिए कई कौशल विकास कार्यक्रम भी शुरू किए हैं।
- पुरुष कैदियों के लिए प्लंबिंग कोर्स
- महिला कैदियों को सिलाई प्रशिक्षण
ये योजनाएं कैदियों को नई ज़िंदगी शुरू करने में मदद करेंगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएंगी।
जीतने वाले खिलाड़ियों को मिलेगा इनाम
जेल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि A.D.G.P. (जेल) अरुणपाल सिंह ने घोषणा की है कि जीतने वाले कैदी खिलाड़ियों को सर्टिफिकेट और नकद इनाम भी दिया जाएगा। यह उनकी हौसला अफ़ज़ाई करने और उन्हें और मेहनत करने के लिए प्रेरित करने की एक शानदार पहल है।
पंजाब जेल ओलंपिक 2025 की यह पहल कैदियों को आत्मविश्वास, अनुशासन और प्रेरणा देती है। यह खेल कैदियों को एक नई दिशा देने, उनकी छिपी प्रतिभा को निखारने और उन्हें समाज में दोबारा जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।