**- गैर-कानूनी मानव तस्करी की जांच के लिए चार सदस्यीय विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) बनी
ए.डी.जी.पी. (एन.आर.आई.) परवीन सिन्हा की अगुवाई में होगी जांच
जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई होगी**
संयुक्त राज्य अमेरिका (यू.एस.ए.) से पंजाब के कई निवासियों की वतन वापसी के बाद मानव तस्करी और गैर-कानूनी प्रवास के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस गंभीर मुद्दे की गहन जांच और इसमें शामिल व्यक्तियों की पहचान करने के लिए पंजाब पुलिस ने चार सदस्यीय विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) का गठन किया है।
चार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की टीम करेगी जांच
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) गौरव यादव ने शुक्रवार को इस जांच कमेटी की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस चार सदस्यीय एस.आई.टी. का नेतृत्व ए.डी.जी.पी. (एन.आर.आई. मामलों) परवीन सिन्हा करेंगे।
इस टीम में शामिल अन्य वरिष्ठ अधिकारी हैं:
1. ए.डी.जी.पी. (आंतरिक सुरक्षा) शिवे कुमार वर्मा
2. आई.जी.पी. (प्राविजनिंग) डॉ. एस. बूपति
3. डी.आई.जी. (बार्डर रेंज) सतिंदर सिंह
मानव तस्करी और गैर-कानूनी प्रवास में शामिल लोगों पर होगी कार्रवाई
डी.जी.पी. गौरव यादव ने कहा कि इस एस.आई.टी. का मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी और गैर-कानूनी प्रवास में शामिल व्यक्तियों की पहचान करना और उनकी जवाबदेही तय करना है।
उन्होंने कहा कि टीम को यह निर्देश दिए गए हैं कि कानून और तथ्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाए। यदि कोई व्यक्ति या समूह गैर-कानूनी प्रवास और मानव तस्करी में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को अन्य अधिकारियों से सहयोग लेने का अधिकार
जांच टीम को यह अधिकार दिया गया है कि वह जरूरत पड़ने पर अन्य पुलिस अधिकारियों की मदद ले सकती है।
इसके अलावा, एस.आई.टी. के सभी सदस्य अपने-अपने क्षेत्रों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एस.एस.पी.) और पुलिस कमिश्नरों से समन्वय बनाए रखेंगे। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे एस.आई.टी. को आवश्यक सहायता और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करें, ताकि जांच बिना किसी बाधा के पूरी हो सके।
गैर-कानूनी प्रवास को रोकने के लिए व्यापक जांच होगी
इस विशेष जांच टीम का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि गैर-कानूनी प्रवास की समस्या की गहराई तक जाकर इसकी सटीक और प्रभावी जांच हो सके।
एस.आई.टी. को तीन मुख्य कार्य सौंपे गए हैं:
1. तथ्यों की गहराई से जांच करना
2. इस पूरे नेटवर्क में शामिल दोषी व्यक्तियों की पहचान करना
3. गैर-कानूनी प्रवास को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति और सिफारिशें तैयार करना
गैर-कानूनी प्रवास: पंजाब की बड़ी समस्या
गौरतलब है कि पंजाब से हर साल हजारों युवा बेहतर रोजगार और जीवन स्तर की तलाश में विदेश जाने की कोशिश करते हैं। कुछ लोग वैध तरीकों से विदेश जाते हैं, लेकिन कई लोग दलालों और मानव तस्करों के झांसे में आकर गैर-कानूनी तरीके अपनाते हैं।
पिछले कुछ वर्षों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां युवाओं को झूठे वादे करके विदेश भेजा गया, लेकिन वे वहां पहुंचने के बाद मुश्किलों में फंस गए।
पंजाब सरकार की गंभीरता और कड़े कदम
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार ने भी गैर-कानूनी प्रवास और मानव तस्करी के मामलों को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है।
इस एस.आई.टी. के गठन से यह साफ हो गया है कि पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन इस मुद्दे को हल्के में नहीं ले रहे हैं।
निष्कर्ष
1. अमेरिका से लौटे पंजाब के निवासियों के बाद मानव तस्करी और गैर-कानूनी प्रवास का मुद्दा उठा।
2. इसकी गहराई से जांच के लिए पंजाब पुलिस ने चार सदस्यीय विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) गठित की।
3. टीम की अगुवाई ए.डी.जी.पी. (एन.आर.आई. मामले) परवीन सिन्हा करेंगे।
4. टीम गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों की पहचान करेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
5. एस.आई.टी. को जरूरत पड़ने पर अन्य पुलिस अधिकारियों से सहयोग लेने का अधिकार दिया गया है।
6. इस कार्रवाई से गैर-कानूनी प्रवास को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाई जाएगी।
यह कदम पंजाब में गैर-कानूनी प्रवास और मानव तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई साबित हो सकता है। इससे न केवल पीड़ितों को न्याय मिलेगा, बल्कि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर भी रोक लगेगी।