आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर एक अहम खबर सामने आई है। पंजाब पुलिस द्वारा उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों को अब वापस ले लिया गया है। राज्य के पुलिस प्रमुख, गौरव यादव ने गुरुवार (23 जनवरी) को इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को लगातार धमकियों की सूचना मिलती रहती है, जिनका विवरण वे संबंधित एजेंसियों के साथ साझा करते हैं।
पंजाब पुलिस की भूमिका पर स्पष्टीकरण
गौरव यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, “आज दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग के निर्देशों के पालन में, हमने केजरीवाल जी की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस के जवानों को वापस ले लिया है। हालांकि, हमने अपनी चिंताएं दिल्ली पुलिस के समक्ष रखी हैं और हम लगातार उनके संपर्क में रहेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब पुलिस अपने इनपुट्स दिल्ली पुलिस के साथ साझा करेगी ताकि किसी भी प्रकार की सुरक्षा संबंधी चिंता को समय रहते संबोधित किया जा सके।
सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी
अरविंद केजरीवाल को मिल रही धमकियों के बावजूद, पंजाब पुलिस का यह कदम चुनावी माहौल में सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। खासकर दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यह घटनाक्रम हुआ है। पंजाब पुलिस द्वारा सुरक्षा जवानों को वापस लेने का निर्णय दिल्ली चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अहम सवाल खड़ा करता है। दिल्ली में आगामी 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं, और चुनाव परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार अभियान तेज
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली चुनाव में विपक्षी पार्टी बीजेपी का मुकाबला करने के लिए अपनी रणनीति को मजबूत किया है। खासकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को दिल्ली बुलाकर पार्टी के प्रमुख नेताओं को चुनावी प्रचार में उतारा गया है।
AAP सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, उनके कैबिनेट मंत्री, विधायक, निगमों, बोर्ड के अध्यक्ष और अन्य स्वयंसेवकों समेत लगभग 300 नेता दिल्ली में तैनात किए गए हैं। ये नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की स्थिति मजबूत करने के लिए प्रचार कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी ने भी अपनी तरफ से कई कल्याणकारी योजनाओं का वादा कर आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती दी है।
इस बीच, अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा और चुनावी प्रचार दोनों को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है।