
पंजाब के खन्ना जिले के पिंड सीहां दोद से अगवा किए गए 7 साल के मासूम भवकीरत सिंह के अपहरण मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पहले एक आरोपी का एनकाउंटर किया गया था, अब दूसरे आरोपी हरप्रीत सिंह को भी एनकाउंटर में गोली लगी, जिसे पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
24 घंटे में पुलिस ने सुलझाया अपहरण मामला
बच्चे के अपहरण के बाद पटियाला, खन्ना और मलेरकोटला पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सिर्फ 24 घंटे में उसे सुरक्षित बरामद कर लिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान हुए एनकाउंटर में एक किडनैपर जसप्रीत सिंह को ढेर कर दिया गया था, जबकि दो आरोपी रवि भिंडर और हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था।
हरप्रीत सिंह ने पुलिस पर चलाई गोली, जवाबी फायरिंग में घायल
मलेरकोटला के SSP गगन अजीत सिंह ने बताया कि हरप्रीत सिंह के पास अवैध हथियार होने का संदेह था। पुलिस जब उसे हथियार बरामद करने के लिए ले जा रही थी, तभी उसने पुलिस पर ही फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें हरप्रीत के पैर में गोली लगी। पहले उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, फिर पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पुलिस को मिले हथियार
हरप्रीत सिंह के पास से .32 बोर की पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा है और क्या इसमें और भी लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का बयान
इस मामले को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने साफ कहा कि अपराधियों को उनकी सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा, “जो भी पंजाब की धरती पर अपराध करेगा, उसे कड़ी सजा दी जाएगी।”
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए बच्चे को सुरक्षित बचा लिया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए। एक आरोपी पहले ही एनकाउंटर में मारा गया, दूसरा एनकाउंटर में घायल हुआ और पुलिस को उसके पास से अवैध हथियार भी मिले हैं। यह पूरी कार्रवाई पंजाब पुलिस की मुस्तैदी और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है।