
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य को सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल देने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। इसी कड़ी में डीजीपी गौरव यादव के दिशा-निर्देशों के अनुसार गुरदासपुर पुलिस ने बीती रात “ऑपरेशन सतर्क” चलाया। यह ऑपरेशन आईजी बॉर्डर रेंज परमराज सिंह उमरानंगल और एसएसपी आदित्य के नेतृत्व में किया गया।
इस विशेष अभियान के दौरान जिले की पुलिस ने विभिन्न संवेदनशील इलाकों और नाकों पर विशेष निगरानी रखी। सीनियर पुलिस अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे और रात को ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों की हौसला अफजाई भी की। उन्होंने चेक पोस्टों पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
सरहद पर कड़ा पहरा और विशेष नाके
आईजी परमराज सिंह उमरानंगल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पंजाब पुलिस पूरी पेशेवर तरीके से समाज विरोधी तत्वों पर नकेल कसने के लिए जुटी हुई है। गुरदासपुर में अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक सीमा को सुरक्षित रखने के लिए ‘दूसरी सुरक्षा पंक्ति’ यानी सेकेंड डिफेंस लाइन को और मजबूत किया गया है। यहां 10 विशेष नाके लगाए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध हलचल को रोका जा सके।
नशे के खिलाफ सख्ती
आईजी उमरानंगल ने बताया कि राज्य में नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। इस बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है। पुलिस का मकसद है कि लोगों को एक सुरक्षित, नशामुक्त और शांतिपूर्ण माहौल दिया जाए।
पूरे जिले में सख्त निगरानी
एसएसपी आदित्य ने जानकारी दी कि ऑपरेशन के तहत जिले की सीमाओं पर भी नाकाबंदी की गई और अंतर-जिला चेकिंग की गई। बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और अन्य भीड़-भाड़ वाले संवेदनशील स्थानों पर भी गहन चेकिंग अभियान चलाया गया। इसके साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की गहराई से जांच की गई।
वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में ऑपरेशन
इस ऑपरेशन को जिले के सभी थानों की पुलिस ने वरिष्ठ गजटेड अधिकारियों की निगरानी में अंजाम दिया। मौके पर एसपी जुगराज सिंह और अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। उनका कहना है कि ऐसे ऑपरेशन आगे भी जारी रहेंगे ताकि राज्य में किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि को पनपने न दिया जाए।
इस ऑपरेशन के ज़रिए पंजाब पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वो राज्य के नागरिकों की सुरक्षा और अमन-शांति के लिए पूरी तरह सजग और समर्पित है।