
पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही जंग लगातार तेज़ होती जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ मुहिम के 113वें दिन राज्यभर में पुलिस ने ज़बरदस्त कार्रवाई करते हुए 151 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से 533 ग्राम हेरोइन, 2.8 किलो अफीम और 5.32 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की है।
अब तक इस विशेष मुहिम के तहत कुल 18,719 नशा तस्कर पकड़े जा चुके हैं, जो इस बात का संकेत है कि पंजाब पुलिस इस जाल को जड़ से खत्म करने के लिए गंभीर है।
इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए स्पेशल डीजीपी (कानून व्यवस्था) अरपित शुक्ला ने बताया कि रविवार को राज्यभर में 200 से अधिक पुलिस टीमें बनाई गईं, जिनमें 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल थे। इन टीमों ने पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में कुल 523 जगहों पर छापेमारी की।
इन कार्रवाइयों के दौरान पुलिस ने 502 संदिग्ध लोगों की जांच की और 98 नए एफआईआर दर्ज किए गए। सिर्फ तस्करों को पकड़ने तक ही सीमित न रहते हुए, पुलिस ने 54 नशे के शिकार लोगों को पुनर्वास और नशा छोड़ने के लिए भी प्रेरित किया।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि यह मुहिम सिर्फ गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को साफ और सुरक्षित बनाने का प्रयास है। इसीलिए, पुलिस उन लोगों को भी सहारा दे रही है जो नशे से बाहर निकलना चाहते हैं और एक नई शुरुआत करना चाहते हैं।
इस पूरे अभियान का मकसद सिर्फ तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाना ही नहीं, बल्कि नशे की जड़ को खत्म करना है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि अगर उन्हें अपने आस-पास नशे से जुड़ी कोई गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
यह अभियान साफ तौर पर दर्शाता है कि पंजाब सरकार और पुलिस मिलकर नशे के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं। अगर यह मुहिम इसी तरह जारी रही, तो आने वाले समय में पंजाब को नशामुक्त बनाना संभव हो सकेगा।