पंजाब पुलिस की ‘नशे के खिलाफ युद्ध’ मुहिम ने 50 दिनों में पायी बड़ी सफलता

पंजाब पुलिस ने अपनी ‘युद्ध नशों के खिलाफ’ मुहिम के 50वें दिन शनिवार को नशा तस्करों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान पुलिस ने 131 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 1.7 किलो हीरोइन और 3.5 किलो अफीम बरामद की। इस विशेष मुहिम ने 50 दिन में नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कुल 6737 तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो इस मुहिम की बड़ी सफलता का प्रतीक है।
यह ऑपरेशन डी.जी.पी. गौरव यादव के निर्देश पर पूरे राज्य के 28 जिलों में एक साथ चलाया गया। इस मुहिम के तहत राज्य भर में कई इलाकों में छापेमारी की गई, जिससे न केवल नशा तस्करों की गिरफ्तारी हुई बल्कि नशे के बड़े नेटवर्क को भी तोड़ा गया।
पुलिस की कार्रवाई और छापेमारी
पंजाब पुलिस की इस विशेष मुहिम के तहत 100 गैजटेड अधिकारियों की निगरानी में 2000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई थी। इन टीमों ने 220 से अधिक पुलिस टीमों के जरिए राज्य के विभिन्न इलाकों में 468 जगहों पर छापेमारी की। इसके नतीजे में कुल 82 एफ.आई.आर दर्ज की गई और 528 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई। पुलिस ने स्री मुक्तसर साहिब, फिरोजपुर, फरीदकोट, मोगा और फाजिल्का जैसे प्रमुख जिलों में 141 मेडिकल की भी जांच की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं पर नशे की सामग्री की अवैध बिक्री तो नहीं हो रही है।
राज्यभर में चल रही मुहिम
इस विशेष ऑपरेशन का उद्देश्य पंजाब में नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करना है। पुलिस ने इस मुहिम के दौरान न केवल तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की, बल्कि नशे के कारोबार से जुड़े नेटवर्क को भी उजागर किया। विशेष डी.जी.पी. कानून और व्यवस्था अरपित शुक्ला ने बताया कि यह छापेमारी ऑपरेशन पूरे राज्य में एक साथ चलाया गया था, और इस दौरान पुलिस ने न केवल तस्करों के कब्जे से भारी मात्रा में नशे के सामान को जब्त किया, बल्कि नशे की सप्लाई चेन को भी तोड़ा।
पंजाब पुलिस का निरंतर प्रयास
पंजाब पुलिस इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए लगातार कदम उठा रही है। पुलिस ने न केवल बड़े तस्करों को पकड़ा, बल्कि नशे की अवैध बिक्री में शामिल चिकित्सा और अन्य संस्थाओं की भी जांच की। इससे यह साबित होता है कि पंजाब पुलिस नशे के खिलाफ अपनी मुहिम को गंभीरता से ले रही है और किसी भी हाल में नशे की समस्या को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आगे का रास्ता
पुलिस की इस मुहिम से यह स्पष्ट हो गया है कि पंजाब सरकार और पुलिस विभाग नशे के खिलाफ अपनी लड़ाई में सफल होते जा रहे हैं। हर दिन इस मुहिम में नई उपलब्धियां जुड़ रही हैं, और आने वाले समय में यह ऑपरेशन और भी प्रभावी रूप से चलने की संभावना है। इस अभियान के तहत न केवल पंजाब पुलिस बल्कि स्थानीय प्रशासन, नागरिकों और विभिन्न सामाजिक संगठनों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।
पंजाब पुलिस की इस मुहिम का उद्देश्य केवल तस्करों की गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि यह समाज को जागरूक करने का भी एक तरीका है, ताकि लोग नशे के प्रति सचेत रहें और इस तरह के अपराधों की रोकथाम में मदद कर सकें।