
पंजाब पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी सख्त मुहिम को जारी रखते हुए शनिवार को 75 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस ने उनके कब्जे से 5.2 किलो हेरोइन, 10 किलो अफीम और 2.2 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की। यह अभियान ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ के तहत चलाया जा रहा है, जो लगातार 22वें दिन भी जारी रहा।
पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई
इस ऑपरेशन के तहत अब तक कुल 2613 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिससे यह साफ हो गया है कि राज्य सरकार नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव के निर्देश पर पूरे राज्य में यह अभियान एक साथ चलाया गया, जिसमें सभी 28 पुलिस जिलों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
536 जगहों पर छापेमारी, 51 एफआईआर दर्ज
स्पेशल DGP (लॉ एंड ऑर्डर) अरपित शुक्ला ने बताया कि इस व्यापक अभियान को सफल बनाने के लिए 98 उच्च अधिकारियों की निगरानी में 1700 से अधिक पुलिसकर्मियों की 250 से ज्यादा टीमें बनाई गईं। इन टीमों ने राज्यभर में 536 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप 51 मामले दर्ज किए गए।
इस पूरे अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने 601 संदिग्ध व्यक्तियों की गहन जांच भी की, जिससे अपराधियों पर पुलिस की सख्त नजर बनी हुई है।
सरकार की मजबूत पहल, जनता को राहत
इस ऑपरेशन का मकसद सिर्फ नशा तस्करों को गिरफ्तार करना ही नहीं, बल्कि पंजाब को नशामुक्त बनाना है। पुलिस की सख्त कार्रवाई से नशे का अवैध कारोबार करने वालों में भय पैदा हुआ है और लोग इस पहल की सराहना कर रहे हैं।
पंजाब सरकार ने भी इस अभियान को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है और जनता से सहयोग की अपील की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य प्रशासन पूरी तरह से नशे के नेटवर्क को तोड़ने के लिए कमर कस चुका है।
आगे भी जारी रहेगा ऑपरेशन
पुलिस अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन अभी जारी रहेगा और राज्य में नशे के सौदागरों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जनता से भी अपील की गई है कि अगर उन्हें किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
पंजाब पुलिस की इस सख्ती से यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में राज्य नशामुक्ति की ओर तेजी से बढ़ेगा।