पंजाब के बरनाला जिले में घनी धुंध के कारण बड़ा सड़क हादसा हुआ। यह हादसा उस समय हुआ जब किसानों की एक बस खनौरी सीमा पर आयोजित महापंचायत में शामिल होने जा रही थी। रास्ते में यह बस एक ट्रक से टकरा गई। यह दुर्घटना बरनाला-मोगा नेशनल हाईवे पर जेल के पास हुई।
बरनाला में सड़क हादसा
मौके पर मिली जानकारी के अनुसार, बस में सवार कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को बरनाला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह बस खनौरी सीमा पर आयोजित किसानों की महापंचायत में भाग लेने के लिए जा रही थी। घनी धुंध और तेज रफ्तार के कारण यह हादसा हुआ।
बठिंडा में भी हादसा
एक और सड़क हादसा बठिंडा जिले में हुआ। यह बस भी किसानों की महापंचायत में शामिल होने जा रही थी। यह घटना बठिंडा-तलवंडी साबो रोड पर हुई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, धुंध इतनी ज्यादा थी कि सड़क पर बने डिवाइडर दिखाई नहीं दिए, जिसके कारण बस का संतुलन बिगड़ गया और हादसा हो गया।
घटना के समय बस में करीब 20-25 किसान सवार थे। राहत की बात यह है कि इस हादसे में कोई जानमाल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, 2-3 किसान मामूली रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
खनौरी सीमा पर महापंचायत
पंजाब और हरियाणा की खनौरी सीमा पर आज किसानों की महापंचायत आयोजित हो रही है। किसान नेता जगजीत डल्लेवाल पिछले 40 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने देशभर के किसानों से इस महापंचायत में शामिल होने की अपील की थी। डल्लेवाल खुद मंच पर आकर किसानों को संबोधित करेंगे।
इस महापंचायत के मद्देनजर हरियाणा पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जींद जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। साथ ही, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 21 कंपनियां तैनात की गई हैं।
दिल्ली जाने की कोशिश पर नजर
हरियाणा पुलिस ने नरवाना से गढ़ी और पंजाब की ओर जाने वाली सड़कें बंद कर दी हैं। पुलिस ने साफ कर दिया है कि अगर महापंचायत के बाद किसान दिल्ली जाने की कोशिश करेंगे तो उन पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
इस महापंचायत को लेकर किसान संगठनों और प्रशासन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। किसान अपनी मांगों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर, प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है।
सड़क हादसों से उपजी चिंता
बरनाला और बठिंडा में हुए सड़क हादसों ने किसानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। धुंध के मौसम में यात्रा करना जोखिमभरा साबित हो रहा है। इन हादसों से यह साफ हो गया है कि खराब मौसम और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी बड़े हादसों का कारण बन सकती है।
किसानों की महापंचायत में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के दौरान बरनाला और बठिंडा में हुए हादसों ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशासन को किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और कदम उठाने की जरूरत है। वहीं, किसानों को भी खराब मौसम में यात्रा करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।