हाल ही में एयर इंडिया की एक फ्लाइट में एक कारतूस मिलने का मामला सामने आया है, जो दुबई से दिल्ली आ रही थी। यह घटना 27 अक्टूबर 2024 को हुई, जब फ्लाइट AI 916 ने दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग की। एयर इंडिया के अनुसार, यह कारतूस एक सीट की पॉकेट में पाया गया, जिससे एयरलाइन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से उतारा गया और किसी को कोई हानि नहीं पहुंची। उन्होंने यह भी बताया कि एयरलाइन ने तुरंत एयरपोर्ट पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि यह कारतूस फ्लाइट में कैसे पहुंचा।
इस घटना के बीच, पिछले कुछ दिनों में भारतीय एयरलाइंस को लगातार बम की झूठी धमकियों का सामना करना पड़ा है। 26 अक्टूबर से पहले के 13 दिनों में 300 से अधिक फ्लाइट्स को धमकियों की झूठी सूचनाएं मिलीं, जिनमें से अधिकांश सोशल मीडिया के माध्यम से आईं। अकेले 22 अक्टूबर को इंडिगो और एयर इंडिया की 13-13 उड़ानों सहित लगभग 50 उड़ानों को धमकियां मिलीं।
इस सिलसिले में एक 35 वर्षीय व्यक्ति, जगदीश श्रीम उइके, को नागपुर पुलिस के समक्ष पेश होने के बाद गिरफ्तार किया गया है। वह पूर्वी महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव का निवासी है। जगदीश ने पुलिस को बताया कि जांच के लिए उनकी उपस्थिति के लिए नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद वह विमान से नागपुर पहुंचे और गुरुवार शाम को आत्मसमर्पण कर दिया।
यह मामला एयरलाइंस की सुरक्षा प्रणाली और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताओं को जन्म दे रहा है। लगातार हो रही धमकियों के कारण यात्रियों के मन में भय पैदा हो रहा है। अब देखना यह होगा कि एयर इंडिया और संबंधित अधिकारियों द्वारा इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।