नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली को एक बार फिर ‘क्राइम कैपिटल’ का दर्जा मिलने की चिंता बढ़ गई है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बढ़ती घटनाओं पर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला है।
निर्भया कांड के 12 साल बाद भी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारी माताएं-बहनें आज भी रात में घर से बाहर निकलने से डरती हैं। यह केवल कानून व्यवस्था की विफलता ही नहीं, बल्कि महिलाओं के सम्मान और अधिकारों की अनदेखी है।”
केजरीवाल ने आगे कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के लिए महिलाओं की सुरक्षा कोई प्राथमिकता नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के पास कानून व्यवस्था को लेकर कोई ठोस नीति नहीं है। “अमित शाह जी के लिए यह सिर्फ एक वोट बैंक का मुद्दा हो सकता है, लेकिन मेरे लिए यह मेरा परिवार है। मैं महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं,” उन्होंने कहा।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई पहल की हैं, जैसे सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना, बसों में मार्शलों की तैनाती और फ्री बस सेवा के जरिए महिलाओं को अधिक सशक्त बनाना। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने जो कदम उठाए हैं, वे केंद्र सरकार की उपेक्षा के बावजूद दिल्ली को सुरक्षित बनाने के लिए पर्याप्त हैं।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली की जनता से अपील की कि वे इस मुद्दे पर एकजुट होकर अपनी आवाज उठाएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आम आदमी पार्टी हमेशा महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए खड़ी रहेगी।
“दिल्ली की जनता को भरोसा है कि आप पार्टी ही उनकी आवाज बनेगी और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। हम हर हाल में महिलाओं को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं,” केजरीवाल ने कहा।
दिल्ली में बढ़ते अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठना गृहमंत्री अमित शाह के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। अब देखना यह है कि केंद्र सरकार इस दिशा में क्या ठोस कदम उठाती है।