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पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने हरियाणा सरकार पर अमेरिका से डिपोर्ट किए गए लोगों के प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने अमृतसर एयरपोर्ट पर हरियाणा सरकार द्वारा भेजी गई गाड़ियों को लेकर सवाल उठाए और कहा कि सरकार को अपने नागरिकों के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए।
कैदियों की बसों में भेजे गए लोग
कुलदीप धालीवाल ने बताया कि हरियाणा सरकार ने जिन बसों को डिपोर्ट किए गए लोगों को ले जाने के लिए भेजा, वे आमतौर पर कैदियों को जेल ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। उन्होंने इसे अपमानजनक करार दिया और कहा कि ऐसे कदम से लोगों का मनोबल गिरता है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार इन भारतीय नागरिकों को अपराधी समझ रही है, जो उन्हें ऐसी बसों में वापस ले जाया गया?
हरियाणा सरकार की संवेदनहीनता
मंत्री धालीवाल ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार अपने लोगों के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को डिपोर्ट हुए लोगों की परेशानी समझनी चाहिए और उन्हें सम्मानजनक तरीके से उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
पंजाब सरकार का रुख
धालीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार ने डिपोर्ट होकर लौटे अपने लोगों के लिए उचित इंतजाम किए और उनके पुनर्वास को लेकर भी कदम उठा रही है। उन्होंने केंद्र और अन्य राज्य सरकारों से भी अपील की कि वे अपने नागरिकों के प्रति अधिक जिम्मेदार रवैया अपनाएं और उन्हें अपराधी की तरह न देखें।
यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्षी दलों ने भी इस पर हरियाणा सरकार की आलोचना की है। अब देखना होगा कि हरियाणा सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।