राहुल गांधी का हाथरस दौरा: पीड़ित परिवार से मुलाकात, बीजेपी ने उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बूलगढ़ी गांव में रेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। यह मुलाकात चार साल पुराने उस मामले के संदर्भ में हुई, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था। मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने परिवार की समस्याओं को सुना और प्रशासन के अधिकारियों को बुलाकर उनके वादों पर चर्चा की।
परिवार ने रखी समस्याएं
सूत्रों के मुताबिक, पीड़ित परिवार ने जुलाई में राहुल गांधी से संपर्क कर उनकी मदद मांगी थी। परिवार ने उन्हें बताया कि 2020 की घटना के बाद यूपी सरकार ने जो नौकरी और घर देने का वादा किया था, वह अब तक पूरा नहीं हुआ है। परिवार ने यह भी बताया कि उन्हें सुरक्षा तो मिली हुई है, लेकिन इसकी वजह से वे “कैद” जैसा महसूस करते हैं।
राहुल गांधी ने प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात के दौरान परिवार की समस्याओं का समाधान करने का आग्रह किया। कांग्रेस नेता का यह कदम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए उनके निरंतर प्रयास का हिस्सा है।
चार साल पुराना मामला
14 सितंबर 2020 को हाथरस के बूलगढ़ी गांव में एक युवती के साथ उसके ही गांव के कुछ लोगों ने रेप किया था। युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। यह मामला पूरे देश में सुर्खियों में रहा और इसके बाद सरकार व प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए गए।
इस मामले में एक आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है। वहीं, पीड़ित परिवार का आरोप है कि सरकार और प्रशासन ने उन्हें न्याय दिलाने में विफलता दिखाई है।
राहुल गांधी की पहले की पहल
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अक्टूबर 2020 में भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। उस समय उन्होंने न्याय दिलाने की घोषणा की थी। परिवार ने आरोप लगाया था कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें रात के अंधेरे में पीड़िता का अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया था। कांग्रेस ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय मंच पर उठाया और महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के लिए आवाज बुलंद की।
बीजेपी ने राहुल गांधी की मंशा पर सवाल उठाए
राहुल गांधी के हाथरस दौरे की टाइमिंग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी संवेदनशील मुद्दों का उपयोग केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए करते हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “चाहे वह संभल हिंसा हो या हाथरस मामला, राहुल गांधी का मकसद सिर्फ सुर्खियों में रहना है। वे हर घटना को राजनीतिक रंग देते हैं।”
राजनीतिक संग्राम
राहुल गांधी का यह दौरा कांग्रेस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर दबाव बनाने की एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, बीजेपी इसे कांग्रेस की “राजनीतिक नौटंकी” बता रही है।
राहुल गांधी का हाथरस दौरा एक बार फिर इस मामले को राष्ट्रीय मंच पर लाने का प्रयास है। कांग्रेस का कहना है कि यह कदम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और प्रशासन की जवाबदेही तय करने के लिए उठाया गया है। वहीं, बीजेपी इसे कांग्रेस की राजनीतिक मंशा करार दे रही है। चाहे जो भी हो, यह मुद्दा न केवल एक व्यक्तिगत न्याय का मामला है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक न्याय की बड़ी तस्वीर का हिस्सा है।