त्योहारों के मौसम में भारतीय रेलवे ने दिवाली और छठ पूजा के बाद अपने-अपने घरों से लौटने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। रेलवे बोर्ड ने घोषणा की है कि 8 नवंबर से विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी ताकि यात्रियों को कंफर्म टिकट आसानी से मिल सके और यात्रा सुगम रहे। इस बार यात्रियों की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 500 से अधिक विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है, जिनमें विभिन्न रूटों पर अतिरिक्त ट्रेनें शामिल होंगी।
रेलवे बोर्ड के अनुसार, मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड जैसे राज्यों में छठ पूजा के बाद वापसी के दौरान यात्रियों की अधिक भीड़ होती है। इसे ध्यान में रखते हुए समस्तीपुर, दानापुर और अन्य प्रमुख रेलवे डिवीजनों से अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
छठ पूजा के लिए 164 विशेष ट्रेनें
8 नवंबर को छठ पूजा के दौरान सुबह सूर्योदय के बाद यात्रियों की भीड़ में अत्यधिक वृद्धि की संभावना है। इस दिन के लिए रेलवे ने 164 विशेष ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त 9 नवंबर को 160, 10 नवंबर को 161, और 11 नवंबर को 155 विशेष ट्रेनों की योजना बनाई गई है। इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य है कि सभी यात्रियों को कंफर्म टिकट मिल सके और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
4 नवंबर को एक दिन में रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों ने की यात्रा
त्योहारों के दौरान भारतीय रेलवे ने 4 नवंबर को एक दिन में रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया। इस दिन कुल 120.72 लाख यात्रियों ने यात्रा की, जिसमें 19.43 लाख यात्री आरक्षित श्रेणी में और 101.29 लाख यात्री अनारक्षित श्रेणी में शामिल थे। रेलवे का यह आंकड़ा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त आबादी से भी अधिक है। उपनगरीय यातायात में भी 180 लाख यात्रियों का रिकॉर्ड बना, जो इस साल की सबसे बड़ी संख्या है।
दुर्गा पूजा से लेकर छठ पूजा तक 4,521 विशेष ट्रेनों का संचालन
रेलवे बोर्ड ने बताया कि 1 अक्तूबर से लेकर अब तक 4,521 विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया है, जिसमें लगभग 65 लाख यात्रियों ने यात्रा की। रेलवे के अनुसार, दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के दौरान यात्रा को सुगम बनाने में इन विशेष ट्रेनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस बार विशेष ट्रेनों की संख्या पिछले साल की तुलना में 73 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल जहां 4,429 विशेष ट्रेनें चलाई गई थीं, इस बार यह संख्या बढ़ाकर 7,724 कर दी गई है। यह दर्श