
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर से चर्चा में हैं। हरियाणा सरकार ने उन्हें 21 दिन की फरलो (छुट्टी) दी है, जिसके बाद वे मंगलवार सुबह भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सिरसा डेरा पहुँच गए। इस दौरान उनकी करीबी हनीप्रीत खुद उन्हें लेने पहुंची थीं।
29 अप्रैल को डेरा का स्थापना दिवस
राम रहीम को यह राहत उस समय मिली है जब डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस नजदीक है। 29 अप्रैल को यह दिन बड़े स्तर पर मनाया जाता है, और इस बार भी सिरसा में विशेष कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। संभावना है कि राम रहीम की मौजूदगी में हजारों अनुयायी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
पिछले चार साल में 13वीं बार जेल से बाहर
राम रहीम को अगस्त 2017 में दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। तब से अब तक यह 13वां मौका है जब वह जेल से बाहर आए हैं – कभी पैरोल के जरिए तो कभी फरलो के माध्यम से।
इस साल जनवरी में भी उन्हें 30 दिन की पैरोल दी गई थी। तब वह उत्तर प्रदेश के बागपत में रुके थे। उससे पहले अक्टूबर 2024 में उन्हें 20 दिन की पैरोल मिली थी, जो हरियाणा विधानसभा उपचुनाव से कुछ दिन पहले दी गई थी।
पहली बार सिरसा डेरा में ठहराव
हाल ही के वर्षों में राम रहीम जब भी जेल से बाहर आए, वे अधिकतर समय यूपी के आश्रम में ही रहे। लेकिन इस बार वे सिरसा के मुख्य डेरे में 21 दिन बिताएंगे। सूत्रों के अनुसार, वह यहीं से अनुयायियों को संबोधित कर सकते हैं और डेरा के कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
पिछली बार भी अगस्त में मिली थी फरलो
2024 के अगस्त महीने में भी उन्हें 21 दिन की फरलो मिली थी, जो 2 सितंबर को समाप्त हुई थी। वहीं अक्टूबर में उन्होंने अपने पिता मगहर सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर पैरोल की मांग की थी, जिसे सरकार ने “परमार्थी दिवस” मानते हुए मंजूर किया।
राजनीतिक हलचल फिर तेज़
राम रहीम की फरलो पर एक बार फिर से राजनीतिक चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। कई लोगों का मानना है कि डेरा समर्थकों का एक बड़ा वोटबैंक है, जिसे ध्यान में रखकर यह रियायत दी गई है। हालांकि प्रशासन ने इसे “नियमों के तहत दी गई छुट्टी” बताया है।
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गुरमीत राम रहीम सिंह की एक बार फिर डेरा वापसी ने अनुयायियों में उत्साह भर दिया है। डेरा स्थापना दिवस से पहले उनका सिरसा आना, डेरा गतिविधियों को फिर से गति देने की ओर संकेत करता है। अब देखना होगा कि इन 21 दिनों में वे क्या संदेश देते हैं और क्या गतिविधियाँ होती हैं।