तेलंगाना के साइबराबाद में नरसिंगी पुलिस, विशेष अभियान दल (SOT), और आबकारी अधिकारियों द्वारा एक हाई-प्रोफाइल रेव पार्टी में छापेमारी कर 35 लोगों को हिरासत में लिया गया है। छापेमारी जणवाड़ा फार्महाउस पर हुई, जो कि तेलंगाना के पूर्व मंत्री केटी रामाराव (KTR) के रिश्तेदार राज पाकला का है। इस पार्टी में अवैध शराब और नशीले पदार्थों का उपयोग हो रहा था, और यह छापेमारी देर रात के समय की गई।
छापेमारी का विवरण
तेलंगाना के मकिला पुलिस स्टेशन क्षेत्र में स्थित इस फार्महाउस में रेव पार्टी की सूचना मिलने पर नरसिंगी पुलिस और विशेष अभियान दल ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की। अधिकारियों ने फार्महाउस में मौजूद 35 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें 21 पुरुष और 14 महिलाएं शामिल थीं। छानबीन में 10.5 लीटर विदेशी शराब की सात बोतलें और 10 भारतीय शराब की बोतलें बरामद की गईं। यह सभी शराब बिना लाइसेंस के थी, जो राज्य के आबकारी कानूनों का उल्लंघन है।
नशीले पदार्थों का उपयोग और जांच
रेव पार्टी में अवैध मादक पदार्थों के उपयोग की भी पुष्टि हुई। पुलिस ने सभी हिरासत में लिए गए लोगों का ड्रग टेस्ट किया, जिसमें विजय मड्डूरी नाम के एक व्यक्ति को कोकीन पॉजिटिव पाया गया। मड्डूरी को मेडिकल परीक्षणों के लिए अस्पताल भेजा गया और उसके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट की धारा 27 के तहत केस दर्ज किया गया।
फार्महाउस के मालिक पर आरोप
फार्महाउस के मालिक राज पाकला पर भी आबकारी अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। उन पर बिना लाइसेंस के शराब परोसने का आरोप लगा है, जो आबकारी अधिनियम की धारा 34(A), 34(1), और धारा 9 का उल्लंघन है। अधिकारियों ने फार्महाउस में अवैध शराब आपूर्ति और मादक पदार्थों के संभावित स्रोतों की जांच शुरू कर दी है। इस छापेमारी के बाद फार्महाउस पर हो रही गतिविधियों को लेकर और भी गहन छानबीन की जा रही है, ताकि किसी अन्य प्रकार की अवैध गतिविधि की पुष्टि हो सके।
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
फार्महाउस पर हुए इस खुलासे के बाद मामले की विस्तृत जांच चल रही है। पुलिस और आबकारी विभाग दोनों ने मिलकर यह तय किया है कि इस मामले को कानूनी स्तर पर सख्ती से निपटाया जाएगा। आगे की जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि क्या राज पाकला का इस पार्टी में कोई सीधा संबंध था, और क्या उन्होंने ही यह आयोजन किया था या उनके द्वारा इसे सिर्फ अनुमति दी गई थी। इसके अतिरिक्त, यह भी पता लगाया जा रहा है कि पार्टी में अन्य कौन-कौन लोग शामिल थे और उनका इस प्रकार के नशीले पदार्थों के सेवन में कोई नियमित संबंध है या नहीं।
इस रेव पार्टी में हुए खुलासे ने तेलंगाना राज्य में मादक पदार्थों और अवैध शराब की आपूर्ति पर सवाल खड़े किए हैं। यह मामला न केवल केटीआर के करीबी से जुड़े होने के कारण सुर्खियों में है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह से राज्य में उच्च स्तर पर भी अवैध गतिविधियां फल-फूल रही हैं। अधिकारियों द्वारा की जा रही कड़ी कार्रवाई से उम्मीद है कि राज्य में इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।