
सोने के शौकीनों के लिए एक बार फिर से बड़ी खबर सामने आई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चल रही टैरिफ और राजनीतिक अस्थिरता के कारण सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखा जा रहा है। 24 कैरेट सोने की कीमत 10 ग्राम के लिए अब ₹93,350 हो गई है, और जब इस पर GST जोड़ा जाता है, तो इसकी कीमत लगभग ₹96,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच जाती है।
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर शुक्रवार को सोने की फ्यूचर कीमत ₹93,340 तक पहुंच गई, जो अब तक का उच्चतम स्तर माना जा रहा है। इस तेजी की सबसे बड़ी वजह दुनिया की दो बड़ी आर्थिक ताकतों—अमेरिका और चीन के बीच चल रहा तनाव बताया जा रहा है। जब भी दुनिया में अस्थिरता बढ़ती है, लोग अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए सोने की ओर रुख करते हैं।
अलग-अलग कैरेट के अनुसार सोने की कीमतें:
इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजे आंकड़ों के अनुसार—
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22 कैरेट सोना – ₹91,110 प्रति 10 ग्राम
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20 कैरेट सोना – ₹83,080 प्रति 10 ग्राम
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18 कैरेट सोना – ₹75,620 प्रति 10 ग्राम
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14 कैरेट सोना – ₹60,210 प्रति 10 ग्राम
2025 में अब तक सोने की कीमत में करीब 20% की बढ़ोतरी हो चुकी है।
क्या अक्षय तृतीया पर ₹1 लाख के पार हो जाएगा सोना?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल 30 अप्रैल को आने वाली अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की कीमत ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम से ऊपर जा सकती है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च हेड जतिन त्रिवेदी ने बताया कि फिलहाल सोने का सपोर्ट लेवल ₹92,000 है और यह ₹94,500 से ₹95,000 के बीच ट्रेड कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि ₹1 लाख का आंकड़ा पार होना तय नहीं है, लेकिन मौजूदा रुझान को देखते हुए यह संभावना से बाहर भी नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या हालात हैं?
अमेरिका और चीन के बीच जारी राजनीतिक व आर्थिक तनाव, डॉलर की अस्थिरता और वैश्विक मंदी की आशंका के कारण कॉमेक्स पर सोना $3,240 से $3,260 प्रति औंस के बीच बना हुआ है। भारत में इसका असर सीधे तौर पर देखा जा रहा है, जहां दाम ₹92,000 से ₹94,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास मंडरा रहे हैं।
आम जनता के लिए क्या मतलब है?
इस तेज़ी का असर आम लोगों पर भी पड़ रहा है। शादी-ब्याह के सीजन में जेवरात खरीदने वाले अब सोच-समझकर कदम रख रहे हैं। निवेशक भी इस समय सोने को एक सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं।
अगर मौजूदा रुझान यूं ही जारी रहा, तो आने वाले दिनों में सोने की कीमत ₹1 लाख के आंकड़े को छू सकती है।
यह समय है सोच-समझकर निवेश करने का, क्योंकि बाजार की चाल अभी भी बहुत अनिश्चित है।