आज, 5 नवंबर को, भारतीय शेयर बाजार में हफ्ते भर की गिरावट के बाद रिकवरी देखने को मिली है। सेंसेक्स, जो कि भारत का प्रमुख शेयर बाजार इंडेक्स है, लगभग 649.37 अंक या 0.82% की बढ़त के साथ 79,431.61 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान, सेंसेक्स के 20 स्टॉक्स में बढ़त और 10 स्टॉक्स में गिरावट देखी गई।
निफ्टी की स्थिति
दूसरी ओर, निफ्टी 217.95 अंक या 0.91% की बढ़त के साथ 24,213.30 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी के 39 स्टॉक्स में बढ़त और 11 स्टॉक्स में गिरावट देखी गई। मेटल सेक्टर, बैंकिंग, मीडिया और तेल एवं गैस सेक्टर मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।
विदेशी निवेशकों की गतिविधि
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी निवेशकों ने 4 नवंबर को 4,329.79 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे यह दर्शाता है कि बाजार में उनकी सक्रियता भी संवेदनशील रही है। इस अवधि के दौरान, घरेलू निवेशकों ने 2,936.08 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जो कि नए निवेश करने की बढ़ती प्रवृत्ति का पक्का सबूत है।
एशियाई बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों की बात करें, तो जापान का निक्केई इंडेक्स 1.11% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। इसके अलावा, कोरिया का कोस्पी 0.47% की गिरावट में है, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट 1.42% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों की स्थिति
4 नवंबर को, यूएस डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.61% गिरकर 41,794 पर आ गया, और S&P 500 0.28% गिरकर 5,712 पर बंद हुआ। नैस्डैक भी 0.33% गिरकर 18,179 पर बंद हुआ। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी चिंता के कारण हलचल जारी है।
पिछले दिनों की स्थिति
इससे पहले, यानी 4 नवंबर को, सेंसेक्स ने 941 अंक (1.18%) की गिरावट के साथ 78,782 के स्तर पर बंद हुआ था। इसी प्रकार, निफ्टी भी 309 अंक (1.27%) की गिरावट के साथ 23,995 के स्तर पर बंद हुआ। यह गिरावट मुख्यतः अंतरराष्ट्रीय मंडी के रुझानों, मूल धन के निवेशकों की गतिविधियों और राजनीतिक स्थितियों के कारण देखी गई थी।
आगामी स्पष्टता
अगले हफ्ते बाजार में होने वाले विकासों और नए नियमों की चर्चाओं के साथ, निवेशकों की उम्मीदों और मंडी की लहरों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। सभी नजरें बाजारों पर बनी रहेंगी, और देश में आर्थिक विकास के नए नजरिए और चुनौतियों के सामने निवेशकों को अपने फैसलों में सावधान रहना जरूरी होगा।