
मुकेश अंबानी के नेतृत्व में काम कर रही रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। दुनियाभर के टेक्नोलॉजी सेक्टर की टॉप कंपनियों की एक खास सूची — ग्लोबल टेक टॉप 30 — में रिलायंस को शामिल किया गया है। इस सूची को फेमस टेक एनालिस्ट मैरी मीकर द्वारा तैयार किया गया है। हैरानी की बात ये है कि इस लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज इकलौती भारतीय कंपनी है, जो देश के लिए गर्व की बात है।
ग्लोबल दिग्गजों के बीच रिलायंस
इस लिस्ट में दुनिया की सबसे बड़ी और प्रभावशाली टेक कंपनियां शामिल हैं जैसे – माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, एप्पल, अमेजन और गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट। इनमें से ज्यादातर कंपनियों का मुख्यालय अमेरिका में है, जबकि कुछ चीन, ताइवान, दक्षिण कोरिया और नीदरलैंड से हैं। रिलायंस का इस लिस्ट में आना साफ दिखाता है कि भारत की तकनीकी ताकत अब वैश्विक मंच पर पहचानी जा रही है।
क्यों मिली ये जगह?
रिलायंस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डिजिटल सेवाओं और टेलीकॉम सेक्टर में लगातार इनोवेशन किया है। खासकर Jio के माध्यम से भारत को 4G और अब 5G की दुनिया में लाने में इसका बड़ा योगदान रहा है। कंपनी ने कहा कि यह रैंकिंग उसके सालों के इनोवेशन, लीडरशिप और देश निर्माण के प्रयासों की पहचान है।
10 लाख करोड़ की नेटवर्थ पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी
इतना ही नहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज नेटवर्थ के मामले में भी नया रिकॉर्ड बना चुकी है। यह भारत की पहली कंपनी बन गई है जिसकी नेटवर्थ 10 लाख करोड़ रुपये (करीब 120 अरब डॉलर) से ज्यादा हो गई है। साल 2025 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने जबरदस्त 9% की ग्रोथ के साथ 2.61 लाख करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया।
डिजिटल और रिटेल से मिला बूस्ट
जहां एनर्जी सेगमेंट में कुछ चुनौतियां आईं, वहीं डिजिटल और रिटेल कारोबार ने कंपनी को मजबूती दी। कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 2,61,388 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 2,36,533 करोड़ रुपये था – यानी करीब 10.5% की बढ़त।
Jio के EBITDA में भी जबरदस्त 17% का उछाल आया। Jio अब 5G नेटवर्क पर 191 मिलियन यूजर्स के साथ दुनिया की सबसे बड़ी डेटा नेटवर्क कंपनी बन चुकी है।
मीडिया में भी रिलायंस का जलवा
Jio और Hotstar के मर्जर के बाद कंपनी अब मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर में भी तेजी से आगे बढ़ रही है। लॉन्च के सिर्फ 10 हफ्तों के भीतर इसने दुनिया का सबसे बड़ा पेड यूजर बेस हासिल कर लिया है।रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय कंपनियां भी वैश्विक तकनीकी मंच पर मजबूती से अपनी जगह बना सकती हैं। चाहे वो डिजिटल क्रांति हो, 5G नेटवर्क या मीडिया सेक्टर — रिलायंस हर क्षेत्र में अग्रणी बनकर उभरी है।