रियाद सीजन फेस्टिवल, जो सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की विजन 2030 योजना का एक अहम हिस्सा है, ने 12 अक्टूबर 2023 को अपने चौथे सीजन के साथ शुरुआत की। इस फेस्टिवल का उद्देश्य सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था में पर्यटन और मनोरंजन के माध्यम से विविधता लाना है, और यह सऊदी अरब को वैश्विक पर्यटन और मनोरंजन के नक्शे पर स्थापित करने का प्रयास करता है। यह फेस्टिवल इस साल मार्च 2025 तक चलेगा, जिसमें लाखों लोग भाग ले रहे हैं। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, फैशन शो, संगीत और खेल आयोजनों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे सऊदी अरब की आधुनिकता और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा मिल रहा है।
फेस्टिवल की मुख्य आकर्षण
रियाद सीजन फेस्टिवल में इस बार विश्वभर के प्रमुख कलाकारों और ग्लोबल सितारों की प्रस्तुतियों के साथ कई देशों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। फेस्टिवल में थीम पार्क, रेस्तरां, फैशन इवेंट्स और सांस्कृतिक शो जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। इसके अलावा, इस साल के फेस्टिवल में एक प्रमुख आकर्षण लेबनानी फैशन डिजाइनर एली साब का फैशन शो था, जिसमें अरब की पारंपरिक विरासत और आधुनिक डिजाइन का खूबसूरत संगम देखने को मिला। इसके अलावा, मशहूर हस्तियों जैसे जेनिफर लोपेज और कैमिला कैबेलो के स्टेज परफॉर्मेंस भी आयोजन का हिस्सा थे।
आलोचनाओं के घेरे में फेस्टिवल
हालांकि, इस भव्य आयोजन को लेकर सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर तीखी प्रतिक्रियाएं भी आई हैं। आलोचनाओं के दो प्रमुख कारण सामने आए हैं:
- गाजा और लेबनान में चल रहे युद्धों की अनदेखी: गाजा और लेबनान में चल रहे संघर्षों के बीच इस फेस्टिवल का आयोजन संवेदनशीलता की कमी के रूप में देखा जा रहा है। कई लोग इसे मानवीय संकटों के प्रति उदासीनता के रूप में देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं ने इसे “शर्मनाक” और “अनैतिक” करार दिया है, क्योंकि इस फेस्टिवल में सऊदी अरब के अधिकतर संसाधन और ध्यान इस भव्य आयोजन पर केंद्रित थे, जबकि गाजा और लेबनान में लोग युद्ध की विभीषिका झेल रहे थे।
- सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का उल्लंघन: रियाद सीजन के दौरान हुए इंटरनेशनल फैशन शो और मशहूर हस्तियों के प्रदर्शन, विशेष रूप से जेनिफर लोपेज और कैमिला कैबेलो की प्रस्तुतियों ने सऊदी संस्कृति पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर इसे इस्लामी और सऊदी परंपराओं के खिलाफ बताया गया है। इन फैशन शो और कलाकारों की प्रस्तुतियों के कपड़े और शैली ने कई धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों को आहत किया है।
एली साब का फैशन शो और विवाद
लेबनानी डिजाइनर एली साब का फैशन शो “1001 सीजन्स ऑफ एली साब” इस साल के फेस्टिवल का प्रमुख आकर्षण था। हालांकि, इस शो के डिजाइन और कपड़े कई धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों के लिए विवाद का कारण बने। कुछ वर्गों ने इसे सऊदी संस्कृति के खिलाफ बताया, खासकर जेनिफर लोपेज और अन्य कलाकारों की स्टेज परफॉर्मेंस को लेकर। सोशल मीडिया पर इसे लेकर तीखी बहस हुई, और कई लोगों ने इसे “सऊदी सभ्यता के विरुद्ध” बताया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस फेस्टिवल को लेकर कड़े बयान सामने आए। एक यूजर ने लिखा, “अल्लाह हमें माफ करे. यह फेस्टिवल हमारी संस्कृति और धर्म के खिलाफ है।” कुछ अन्य उपयोगकर्ताओं ने भी इस फेस्टिवल के आयोजन को असंवेदनशील और अनैतिक बताया, खासकर उस समय जब गाजा और लेबनान जैसे संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में संकट जारी है।
फेस्टिवल से सऊदी अरब को लाभ
रियाद सीजन फेस्टिवल ने सऊदी अरब को वैश्विक पर्यटन और मनोरंजन के नक्शे पर स्थापित किया है। 2022 में इस फेस्टिवल में करीब 2 करोड़ लोगों ने भाग लिया था, जिससे सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण आर्थिक मदद मिली। रियाद सीजन के आयोजन से पर्यटन, होटल उद्योग, शॉपिंग, और भोजन जैसे क्षेत्रों में भारी बढ़ोतरी हुई है, जो सऊदी अरब के लिए विजन 2030 के तहत आर्थिक विविधता और रोजगार सृजन के लक्ष्य को हासिल करने में सहायक है।